प्रभारी महाप्रबंधक, भारतीय रिजर्व बैंक देहरादून श्री सुब्रत दास ने जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक तथा बैंको के पास छोटे मूल्यांक में भी पर्याप्त मात्रा में बैंक नोट उपलब्ध है। उन्होने बताया कि रिजर्व बैंक ने लोगो से यह भी अपील कि है कि लोग चिंतित हो कर बार बार बैंक में ना जाएॅ और नोटों की जमाखोरी ना करे। वो जब चाहें बैंक से नकद निकाल सकते है।
कैबिनेट मे होगी कई मुद्दों पर चर्चा
- प्रदेश में वर्षा आधारित पर्वतीय खेती को बढ़ावा देने के लिये सामुहिक खेती को प्रोत्साहन देने के लिये लीजिंग पाॅलिसी भी कैबिनेट में रखी जायेगी, ताकि जमीन के मालिक को यह विश्वास रहे कि उसकी जमीन सुरक्षित है तथा खेती करने वाला भी निश्चित होकर खेती कर सके।
- उन्होने कहा कि प्रदेश में जमीनों के बिखराव की भी समस्या है, इसका एक मात्र निदान चकबन्दी हो सकता है, इस सम्बंध में भी कैबिनेट में चर्चा की जायेगी।
- पर्वतीय क्षेत्रो में लोग खेती की ओर आकर्षित हो सके, इसके लिये अपने खेत में काम करने वाली महिला को भी मनरेगा श्रमिक के रूप में पंजीकृत किया जायेगा।
- रावत ने कहा कि अभी तक सामुहिक खेती के लिये एक लाख की धनराशि ब्याजमुक्त दिये जाने का प्राविधान था, इसे अब अनुदान के रूप में दिये जाने की व्यवस्था की जायेगी, इससे महिला स्वंय सहायता समूह को प्राथमिकता दी जायेगी।
- उन्होने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रो में मण्डी न होने के कारण वहां के उत्पादो को बाजार से लिंकेज करने में कठिनाई होती है इसके लिये मैदानी क्षेत्रो की बड़ी मण्डियो की उपमण्डी पर्वतीय क्षेत्रो में स्थापित किये जाने का प्रस्ताव भी कैबिनेट के समक्ष रखा जायेगा। इससे पर्वतीय क्षेत्रो के उत्पादों को बाजार उपलब्ध हो सकेगा तथा पर्वतीय खेती को सही दिशा मिलने के साथ ही गांवो और बाजार का संबंध भी जुड़ सकेगा।
रुद्रपुर में पकड़ी गई डेढ सौ लीटर अंग्रेजी शराब
आबकारी विभाग की टीम ने उधमसिंह नगर जनपद स्थित नानकमत्ता के गांव पिछली भुसरी में छापा मार कर डेढ़ सौ लीटर अवैध अंग्रेजी शराब बरामद की। शराब की कीमत साढ़े पांच लाख बताई जा रही है। आबकारी आयुक्त केके कांडपाल के नेतृत्व में टीम ने नानकमत्ता में छापेमारी की। इस दौरान उन्हें एक घर के पीछे पुआल के तीन ढेरों में अरुणाचल प्रदेश में बेचे जाने वाली गोवा ब्रांड की अंग्रेजी शराब की पेटिया मिली। आबकारी विभाग ने शराब की पेटियों को कब्जे में ले लिया। आबकारी विभाग तस्करों की तलाश में जुटी है।
कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिये जुटे लोग
आज कार्तिक पूर्णिमा पर धर्मनगरी हरिद्वार में गंगा की गोद में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। एक ओर जहां गंगा तट गंगा मैया के जयघोषों से गुंजायमान हैं, वहीं मठ-मंदिरों में घंटे-घड़ियाल सुनाई दिए। भोर से शुरू हुए पावन स्नान का क्रम शाम तक जारी रहेगा। स्नान पर्व के चलते पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कार्तिक पूर्णिमा स्नान का क्रम भोर से ही शुरू हो गया है। गंगाद्वार की हृदय स्थली हरकी पैड़ी समेत अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ है। ज्यादा भीड़ हरकी पैड़ी के पौराणिक स्थल ब्रह्मकुंड पर नजर आई।
कार्तिक पूर्णिमा स्नान के चलते पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं। हरकी पैड़ी समेत अन्य स्नान घाटों पर अतिरिक्त पुलिस बल और जल पुलिस तैनात की गई है।
राजस्थान की यात्रा में चार चाँद लगाए ये अनुभव
राजस्थान में एक अलग ही जादू है, वहाँ के महल, राजा रजवाड़ो की कहानियाँ हर किसी ने सुनी व पढ़ी है। राजस्थान ने अपनी एक अलग और अनोखी छाप यात्रियों के बीच छोड़ी है जिसकी वजह से सभी अपने छुट्टियों के दिनों में एक न एक बार राजस्थान की यात्रा करना पसंद करते ही हैं। यही कारण है कि इसे भारत के टॉप पर्यटक स्थलों की सूचि में शामिल किया गया है। आप सोच रहे होंगे आखिर ऐसी क्या दिलचस्प बात है राजस्थान में? ऐसा क्या छुपा हुआ आकर्षण है जो लोगों को अपनी ओर आने को लालायित करता है? कौन सी ऐसी चीज़ है जो इसे बाकि पर्यटक स्थलों से अलग बनाती है? इन सारे सवालों के जवाब आपको तब मिलेंगे जब आप अपनी व्यस्त जिंदगी मे से कुछ पल अपने और अपने चाहने वालो के लिए निकालेंगे। राजस्थान की यात्रा आप अपने दोस्तो के साथ भी कर सकते हैँ। जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, पुष्कर, बीकानेर यह प्रमुख रुप से लोगो के बीच मशहूर है। राजस्थान की यात्रा एक ऐसी रंगीन यात्रा है जो आपको राजस्थान के नब्ज़ से वाकिफ कराएगी, अपनी संस्कृति और परंपरा के और करीब ले जाएगी, महलों से लेकर गाँव देहातों तक की सैर कराएगी। पुष्कर के ब्रह्रमा जी का मंदिर देश-विदेश में प्रचलित है जिसे देखने लोग दूर दूर से आते हैं। इतना ही नही जयपुर का हवा महल, आमेर किला भी लोगो को बीच मशहूर है। राजस्थान आपकी यात्रा डायरी का महत्वपूर्ण पन्ना बन सकता है।
त्रिउंड ट्रेक बन सकता है आपका कभी न भूलने वाला ट्रीप
हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत वादियां के बारे में जीतना भी कहें वो कम है। हमेशा से ही यह जगह देश तो देश विदेश के पर्यटकों को भी अपनी ओर खींच लेती है। इन पर्यटकों और यात्रियों में बहुत से ऐसे लोग होते हैं जिन्हें रोमांचक सफ़र का बहुत ज़्यादा शौक होता है। हर क्षेत्र व अपनी हर यात्रा में में वे कोइ न कोई रोमांचकारी कार्य ढूंढ ही लेते हैं। और अगर आप हिमाचल प्रदेश की यात्रा के साथ साथ रोमांच के शौक़ीन हैं तो फिर इससे अच्छी बात और क्या होगी। ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों, वादियों से घिरा प्रकृति का मनोहर दृश्य लोगों के मन में एक अलग एहसास जगाता है। सोचिए इस खूबसूरती के बीच कितना मज़ेदार होगा एक ट्रेकिंग वाला सफर, है कि नहीं ? जी हाँ आज हम आपको बताने वाले हैं ऐसे ही एक खूबसूरत ट्रेकिंग के बारे में जो आपकी हिमाचल की यात्रा में एक नए अनुभव और उत्साह के साथ इसमें चार चाँद लगाएगा । सोच क्या रहे इस वेकेशन कीजिए ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ की एक यादगार सैर। त्रिउंड, हिमाचल प्रदेश का ऐसा ट्रेकिंग सफ़र है जो हर एक रोमांच पसंद करने वालों को अपनी ओर आकर्षित करता है। झरनों पहाड़ों के साथ होता हुआ यह ट्रेकिंग सफ़र आपको प्रकृति के हर रंग से रूबरू कराता है। अगर आप अपनी भाग दौड़ और प्रदूषण की जिंदगी से थक चुके हैं तो त्रिउंड की ट्रेकिंग आपके लिए एक रिफ्रेशमेन्ट का काम करेगी और इतनी खूबसूरत यादों के साथ आप एक बार फिर ताजा-तरीन महसूस करेंगे।
कर्णप्रयाग रेल लाइन को 16 हजार 200 करोड़ की मंजूरी
केंद्र की मोदी सरकार ने उत्तराखंड राज्य की महत्वाकांक्षी रेल परियोजना ऋषिकेश-कर्णप्रयाग के निर्माण के लिए 16 हजार 200 करोड़ बजट को मंजूरी दी है। पूर्व केंद्रीय रेल राज्यमंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कन्याकुमारी से कैलाश तीर्थ स्थलों को जोड़ने की यह पहल मील का पत्थर है। ये रेल लाइन सामरिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग परियोजना के लिए भारी-भरकम बजट को मंजूरी दी गई है। केंद्र की भाजपा सरकार के इस कदम का पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सतपाल महाराज ने स्वागत किया है।
सतपाल महाराज ने बताया कि मोदी सरकार के इस कदम से रेल लाइन का निर्माण कार्य बगैर किसी बाधा के पूरा होगा। साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों से होने वाला पलायन रुक सकेगा। पहाड़ की आर्थिकी के लिए इसे फायदेमंद करार देते हुए उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में महंगी माल ढुलाई रेल लाइन पहुंचने से सस्ती हो जाएगी।
ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक करीब 126 किमी रेल लाइन का निर्माण होना है। ये रेल लाइन देहरादून, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चमोली जिलों के कई स्थानों को जोड़ते हुए पर्यटन धाम तक पहुंचेगी। इस पर चंद्रभागा, शिवपुरी, गूलर नाला, व्यासी, कौड़ियाला, नाला, देवप्रयाग, पोखरी नाला, अलकनंदा नदी-लछमोली, अलकनंदा-श्रीनगर, धारी नाला-एक, धारी नाला-दो, नकरोटा, तिलणी, धोलतीर, अलकनंदा गौचर, सिंवई नाला पर कुल 16 पुल प्रस्तावित हैं। रेल लाइन में 16 सुरंग 104.990 किमी की होंगी। यह रेल लाइन 84 फीसद भूमिगत होगी। इस वजह से वर्षा ऋतु में होने वाले भूस्खलन के कारण अवरुद्ध होने वाले मोटर मार्ग का अच्छा विकल्प साबित होगी।
खाएं कच्ची हल्दी ये बहुत से रोगों से बचाती है
कच्ची हल्दी कैंसर से लड़ने में मददगार है। ये पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को कम करती है। ये साथ ही रेडिएशन के खतरे को कम करती है।
ये इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करती है। साथ ही कई तरह की बीमारियों से बचाती है।
ये गठिया के रोगियों के लिए भी वरदान है। गठिया के दर्द को झट कम करती है।
हल्दी कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बराबर रखती है जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
वहीं कच्ची हल्दी ऐसे गुण होते हैं जो किसी भी तरह के इफेक्शन से लड़ते है और त्वचा संबंधी बीमारियों को खत्म करते हैं।
संभल जाइए, हड्डियों को खोखला बना रही हैं खाने की ये चीजें
अधिक मात्रा में खाया गया चॉकलेट हड्डियों को कमजोर कर सकता है। इसको खाने से शरीर में शुगर और ऑक्सलेट की मात्रा बढ़ जाती है जिससे कैल्शियम शरीर में अवशोषित नहीं हो पाता।
ज्यादा मात्रा में नमक का इस्तेमाल भी हड्डियां को कमजोर करता हैं। दरअसल नमक में सोडियम होता है जो शरीर में जाने के बाद कैल्शियम को यूरीन के माध्यम से शरीर से बाहर निकाल देता है।
कोल्ड ड्रिंक्स में कार्बन डाई ऑक्साइड और फॉस्फोरस पाया जाता है जो हड्डियों को खोखला कर देता है।
शराब पीने से शरीर में कैल्शियम की मात्रा कम होने लगती है। जो हड्डियों की कमजोरी का कारण बनती है।