खेल के विकास के लिये सरकार देगी ज्यादा फंड
देहरादून में हुई ग्रीन मैराथन
‘मुन्ना भाई 3′ में फिर हंसाने और गुदगुदाने आ रही है मुन्ना और सर्किट की जोड़ी
मुन्ना भाई एमबीबीएस’ और ‘लगे रहो मुन्ना भाई’ से दीवाना बना चुकी संजय दत्त और अरशद वार्सी की जोड़ी एक बार फिर साथ में नजर आएगी। यह जोड़ी किसी और फिल्म में नहीं बल्कि ‘मुन्ना भाई 3’ में लोगों को हंसाने के लिए आ रही है। हांलाकि इसके पहले ‘मुन्ना भाई चले अमेरिका’ फिल्म आने की खूब चर्चा थी, लेकिन फिर फिल्म का निर्माण हो नहीं सका।
फिल्म में सर्किट का किरदार निभा चुके अरशद वार्सी ने बताया कि स्क्रिप्ट का आईडिया तैयार है। मैं इस फिल्म के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। अरशद ने बताया कि संजय दत्त की बायोपिक के खत्म होने के बाद ‘मुन्ना भाई 3’ पर काम शुरू होगा। राज कुमार हिरानी निर्देशित दोनों ही फिल्मों को दर्शकों ने खूब पसंद किया था।
उन्होंने कहा ‘मुन्ना भाई चले अमेरिका’ फिल्म नहीं बन पाने का दुख है मुझे, वह एक जबरदस्त कांसेप्ट था। लेकिन मुझे पूरा यकीन है कि ‘मुन्ना भाई 3’ का निर्माण जरूर होगा।
कुहू गर्ग ने उत्तराखंड का नाम किया ऊंचा
जूनियर वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में उत्तराखंड की शटलर कुहू गर्ग ने मिश्रित युगल वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए क्वार्टर फाइनल तक जगह बनाई। हालांकि क्वार्टर फाइनल में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, लेकिन भारत की ओर से किसी भी वर्ल्ड चैंपियनशिप में यह अब तक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले कोई भी जोड़ी क्वार्टर फाइनल तक नहीं पहुंच पाई। स्पेन में चल रही प्रतियोगता के मिश्रित युगल वर्ग में कुहू व सात्विक साईं राज की जोड़ी ने प्री-क्वार्टर फाइनल में जापान की माहिरो कनिको व मिनामी की जोड़ी को 21-17, 21-23 व 21-17 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। क्वार्टर फाइनल में मलेशिया की जोड़ी से उनका कांटे का मुकाबला हुआ।
पहले सेट में कुहू व सात्विक की जोड़ी 13-21 से हारी। दूसरे सेट में दोनों शानदार वापसी करते हुए 21-13 से सेट अपने नाम किया। तीसरे और फाइनल सेट में मलेशिया की चेन व तोह की जोड़ी ने कड़े संघर्ष में 19-21 से जीत हासिल कर मुकाबला अपने नाम किया।
टैलेंट साबित नहीं करना चाहतीं बल्कि खुद को चुनौती देना चाहती हैं आलिया
‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’, ‘हाईवे’ और ‘उड़ता पंजाब’ में भूमिका निभा चुकीं अभिनेत्री आलिया भट्ट एक बार फिर अपनी प्रतिभा दिखाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अलग-अलग तरह की भूमिकाएं निभा कर वह खुद को चुनौती दे रहीं ना कि अपनी प्रतिभा साबित कर रहीं।
उन्होंने कहा,”ऐसा करना एक सजग प्रयास है, लेकिन मैं एक बहुमुखी प्रतिभा के रूप में खुद को दिखाने की कोशिश नहीं कर रही हूं। मैं सिर्फ खुद को चुनौती देना चाहती हूं। मैंने अलग चीजें और अलग तरह के प्रयोग किए हैं।”
आलिया ने कहा,”मेरा मानना है कि स्टारडम आपके काम से आता है। दूसरे शब्दों में यह कड़ी मेहनत से आता है। कलाकार के तौर पर मैं खुश हूं कि मैं विभिन्न प्रकार की भूमिकाएं निभाने में सक्षम हूं।”
‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ से अपने करियर की शुरुआत कर चुकीं आलिया को ‘हाइवे’, ‘2 स्टेट्स’, ‘हम्प्टी शर्मा की दुल्हनियां’ और ‘कपूर एंड सन्स’ जैसी फिल्मों में अभिनय के लिए सराहा गया है।
‘डियर जिंदगी’ में वह सुपरस्टार शाहरुख खान के साथ एक नए अवतार में दिखाई देंगी।
उन्होंने कहा,”प्रत्येक कलाकार उनके साथ काम करने को उत्साहित है। प्रत्येक के लिए यह सपना सच हो जाने जैसा है। मैं बहुत खुश हूं कि हमने अलग तरह की दिलचस्प फिल्म में साथ काम किया है।”
‘आँखें 2’ के निर्माता गौराग दोषी को मिली कानूनी नोटिस
2002 में बड़े पर्दे पर अपने सस्पेंस से धमाल मचाने वाली फिल्म ‘आँखें’ का सीक्वल अपनी शुरुआत के पहले ही चर्चा में हैं। दरसअसल, फिल्म ‘आंखें 2’ की घोषणा करने के लिए निर्माता ‘गौरांग दोषी’ के खिलाफ अदालत की अवमानना का एक आदेश जारी किया गया है
गौरांग दोषी ने हाल ही में इस फिल्म को बनाने की घोषणा की थी। गौरांग की इस घोषणा के बाद ‘राजतरु स्टूडियोज लिमिटेड’ के ‘तरुण अग्रवाल’ ने उनपर सवाल उठा दिया है। राजतरु का कहना है कि 2002 में फिल्म रिलीज के बाद ही उन्होंने ‘आँखे’ का अधिकार प्राप्त कर लिया था, जिससे इस फिल्म के सीक्वल बनाने का अधिकार सिर्फ उन्हें ही है। फिर दोषी इस फिल्म को कैसे बना सकते हैं।
हालांकि फिल्म गौरांग दोषी के वकील बॉबी मलहोत्रा ने कहा है ‘गौरांग ने इरोज इंटरनेशल मीडिया को अच्छी खासी कीमत देकर फिल्म का अधिकार खरीदा है।’वकील ने कहा, ‘हमने बाकायदा स्टैम्प पेपर पर एक कानूनी दस्तावेज के साथ और अच्छी खासी कीमत देकर इरोज इंटरनेशनल मीडिया से अधिकार खरीदे थे। आज फिल्म की कॉपीराइट, मीडिया राइट, फिल्म का शीर्षक और फिल्म के अन्य सभी अधिकार हमारे पास हैं।’
2002 में आई इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, अर्जुन रामपाल, परेश रावल, आदित्य पंचोली, सुष्मिता सेन, बिपाशा बासु जैसे बड़े कलाकार थे। फिल्म में अंधों के एक ग्रुप द्वारा बैंक लूटने की कहानी दिखाई गई थी।
यह पूछे जाने पर कि क्या राजतरु स्टूडियोज लिमिटेड को इस बारे में पता है ? मलहोत्रा ने कहा, ‘उन्हें यह मालूम है, क्योंकि हमने हलफनामे में इसका जिक्र किया है। वे दस्तावेज भी देख चुके हैं।’
फॉक्सवैगन ने भारत में लांच किया Polo का GTI वैरिएंट
जर्मन की कार निर्माता कंपनी फॉक्सवैगन ने पोलो जीटीआई को भारत में लांच कर दिया गया है। आपको बता दें कि यह कार फॉक्सवैगन की 189 बीएचपी पावर जनरेट करने वाली एक परफॉर्मेंस कार है जिसका इंतजार लंबे समय से किया जा रहा था। फॉक्सवैगन पोलो जीटीआई की कीमत 25.65 लाख रुपए (एक्स-शोरूम, ठाणे) रखी गई है।
फॉक्सवैगन पोलो जीटीआई के भारतीय मॉडल में 1.8-लीटर TSI इंजन लगा है। जो 189 बीएचपी की पावर और 250Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इस इंजन को 7-स्पीड DSG से लैस किया गया है। यह कार शुरुआती दौर में टू-डोर वेरिएंट के साथ उपलब्ध होगी, लेकिन डिमांड को देखते हुए कंपनी आने वाले समय में इसके 5-डोर वैरिएंट को भी लांच करेगी। जानकारी के मुताबिक फॉक्सवैगन पोलो जीटीआई 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार महज 7.2 सेकेंड में पकड़ लेती है।
कार की टॉप स्पीड 235 किलोमीटर प्रति घंटे की है। फॉक्सवैगन पोलो जीटीआई में एलईडी हेडलैंप, नया हनीकॉम्ब ग्रिल, नया बंपर, इंटीग्रेटेड स्पवॉयलर, 16-इंच व्हील और डुअल टिप एग्जहॉस्ट सेटअप लगाया गया है। भारत में फॉक्सवैगन पोलो जीटीआई के जरिए एक स्पोर्टी ऑटोमोटिव कार निर्माता कंपनी के तौर पर पहचान बनाने की कोशिश कर रही है।
स्मार्टफोन की बैटरी तो गैस का कुँआ
स्मार्टफोन का दखल जितनी तेजी से हमारी जिंदगी में बढ़ रहा है उससे भी अधिक तेजी से उनसे जुड़े खतरे बढ़ते जा रहे हैं। एक ताजा अध्ययन के अनुसार, स्मार्टफोन की बैटरी से 100 से अधिक ऐसी खतरनाक गैसें निकलती हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती हैं। इनसे त्वचा, आंखों और नासिका मार्ग में जलन होने के अलावा पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचता है
चीन की सिंघुआ यूनिवर्सिटी और अमेरिका के इंस्टीट्यूट ऑफ एनबीसी डिफेंस के शोधकर्ताओं के अनुसार, लीथियम बैटरियों से निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड समेत 100 से अधिक खतरनाक गैसों की पहचान की गई है। प्रमुख शोधकर्ता और इंस्टीट्यूट ऑफ एनबीसी डिफेंस की प्रोफेसर जी सन ने कहा कि आजकल दुनियाभर के कई देशों की सरकारें इलेक्ट्रानिक वाहनों से लेकर मोबाइल उपकरणों के लिए लीथियम-आयन बैटरियों को बढ़ावा दे रही हैं। अधिकतर लोग तो यह भी नहीं जानते कि रिचार्ज होने वाले उपकरणों की बैटरी का अधिक गरम होना और घटिया स्तर के चार्जर का उपयोग भी खतरनाक हो सकता है। इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि आम लोगों को ऊर्जा के इस स्त्रोत के पीछे के खतरे के प्रति सचेत किया जाए।
नहीं बच सकते अब सोशल मीडिया पर फर्जी पोस्ट करने वाले, आ गई है नई तकनीक?
अलग अलग फर्जी एकाउंट के जरिये सोशल मीडिया पर अपनी टिप्पणीयों से लोगों को परेशान करने वाले लोगों की अब पहचान हो सकेगी। अमेरिका के सैन एंटोनियो युनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास (यूटीएसए) के शोधकर्त्ताओं की ओर से तैयार की गई सांख्यिकीय विधि लेखनी के विभिन्न नमूनों की जांच कर सकती है। वैज्ञानिकों ने पाया है कि कोई भी लेखक चाहे जितना अपनी लेखनी के अंदाज को छिपा लें। ये नई विधि इसे पहचान ही लेगी। फर्जी टिप्पणी करने वालों के शब्द चयन, विराम चिह्न और संदर्भों के जरिये उसकी पहचान की जा सकती है। यही नहीं चाहे कोई भी टिप्पणी एक व्यक्ति या उससे ज्यादा ने भी लिखी हो।
लिखने वाले की पहचान करने में ये विधि सक्षम होगी। शोधकर्त्ताओं ने ऑनलाइन पर ऐसे लोगों की लेखनी का पता लगाया जो सबसे ज्यादा टिप्पणी करते हैं।
अगर आपका स्मार्टफोन ज्यादा गर्म रहा तो इसको हल्के में नहीं ले
आजकल स्मार्टफोन की बैटरी के गर्म होने और और फिर आग लगने की खबरें आ रही हैं। अगर स्मार्टफोन का तापमान बहुत बढ़ जाता है तो ऐसा हो सकता है। अगर बहुत ज्यादा ग्राफिक वाले गेम और एक साथ कई ऐप चलाएंगे तो स्मार्टफोन गर्म हो जाता है। ऐसी स्थिति में उसके प्रोसेसर को बहुत ज्यादा काम करना पड़ता है। इससे उसका तापमान बढ़ जाता है जिसे स्मार्टफोन के अंदर लगा कूलिंग सिस्टम तुरंत ठंडा नहीं कर पाता है। इसलिए उस पर ध्यान रखना बहुत जरूरी है
वन प्लस टू में ऐसी परेशानी हुई थी। क्वालकॉम के स्नैपड्रैगन प्रोसेसर में भी कुछ परेशानी हुई थी। प्रोसेसर की परेशानी के कारण भी ये दिक्कत हो सकती है। कभी कभी बैकग्राउंड में डेटा का इस्तेमाल कर रहे ऐप के कारण स्मार्टफोन का तापमान कम होने में भी समय लग सकता है।
स्मार्टफोन के गर्म हो जाने से उसके काम करने की क्षमता घट जाती है। उसके बाद वो धीरे काम करने लगता है और कभी कभी बैटरी भी गर्म होने लगती है जिसके बारे में आप कुछ नहीं कर सकते हैं।