स्वैच्छिक रक्तदान मानवता की सबसे बड़ी सेवा: राज्यपाल

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देहरादून। रोटरी क्लब द्वारा देहरादून में नवम्बर में रक्तदान माह आयोजित किया गया था। इसमें उन्हें विभिन्न व्यक्तियों व संस्थानों का सहयोग मिला था। शिविर में चार हजार यूनिट से भी अधिक रक्त एकत्र किया गया। गुरुवार को इसमें योगदान करने वालों को प्रदेश के राज्यपाल डॉ कृष्ण कांत पॉल ने सम्मानित किया।
राजभवन में रोटरी क्लब द्वारा आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल डॉ पॉल ने रक्तदाताओं को सम्मानित करते हुए रक्तदान के लिए लोगों को जागरूक किए जाने की जरूरत बताई। रक्तदान से जहां लाखों जिंदगियां बचती हैं वहीं रक्तदाताओं के स्वास्थ्य पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने विभिन्न रक्तदाताओं को सम्मानित करते हुए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि रक्तदान से लाखों जिन्दगियों को बचाने का नेक काम करने वाले सभी के लिए प्रेरक हैं। यह बहुत ही पुण्य का काम है। स्वैच्छिक रक्तदान मानवता की सबसे बड़ी सेवा है। इसमें बिना किसी प्रतिफल की आशा के रक्तदान किया जाता है। इसके लिए परोपकारी सोच होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अपने छात्र जीवन में वे भी रक्तदान करते रहे हैं और इससे बड़ा संतोष मिलता था। रक्त धर्म, जाति से परे है, न तो स्वैच्छिक रक्तदाता यह पूछता है कि उसका रक्त किसे दिया जाएगा और न ही रक्त ग्रहण करने वाला यह पूछता है कि उसे किस व्यक्ति का रक्त दिया जा रहा है। दुनिया में रक्त की आवश्यकता, लगातार बढ़ती जा रही है। यह सर्वविदित तथ्य है कि रक्तदान करने से स्वास्थ पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है।उन्होंने कहा कि तथा उत्तराखंड में रोटरी क्लब सामाजिक कल्याण के दूसरे क्षेत्रों में भी योगदान कर सकता है। इस अवसर पर रोटरी क्लब के डॉ एस फारूख, टीके रूबी, वीएस भारद्वाज आदि उपस्थित रहे।