बाजपुर, खुर पका-मुंह पका टीकाकरण योजना के तहत लगाए गए इंजेक्शन से एक मवेशी की मौत हो गई। ग्रामीणों ने इंजेक्शन लगाने वाले पशु चिकित्सक को बंधक बना लिया।उच्च अधिकारियों की लापरवाही देखें तो अपने अधिनिस्त अधिकारी को छुडाने के लिए ना तो पुलिस बुलाई गयी और ना ही कोई अधिकारी गांव में पहुंचा, जिसके बाद किसी तरह से ग्रामीणों ने चिकित्सक को छोड दिया।
मामला सुल्तानपुर पट्टी का है जहां पशु चिकित्सक डॉ. कमल पंत द्वारा ग्राम कनौरा में पशुओं को टीके लगाए जा रहे थे। इसी दौरान इरफान पुत्र इकबाल के भी तीन मवेशियों को टीके लगाए गए, जिसमें से एक बछिया टीका लगने के कुछ देर बाद कंपकंपा कर जमीन पर गिर गई और मौके पर ही मौत हो गई।
जिससे ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। उनका आरोप है कि टीका लगने से ही मवेशी की मौत हुई है। आक्रोशित ग्रामीणों ने चिकित्सक को मौके पर ही बंधक बना लिया। ग्रामीण चिकित्सक से अपने उच्चाधिकारियों को बुलाने की मांग करने लगे। इस पर चिकित्सक ने उच्चाधिकारियों को पूरे मामले से अवगत कराया।
पशु चिकित्सक का कहना है कि वह अब तक दो हजार से भी अधिक मवेशियों को एसएमबी वैक्सीन के टीके लगा चुके हैं और सभी सही सलामत हैं। उन्होंने दावा किया कि इस इंजेक्शन से मवेशी की मौत हो ही नहीं सकती। इधर चिकित्सक को बंधक बनाए जाने की सूचना के बाद भी कोई अधिकारी गांव तक नहीं पहुंचा है। ग्रामीण बड़े फिर हंगामे के बाद चिकित्सक की बेबसी देख कर छोड दिया।