हाईकोर्ट की सम्पत्ति पर कौन कर रहा सेंधमारी

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हाईकोर्ट की सम्पत्ति में ही हर बार क्यो होती है चोरों की सेंधमारी? और क्या वजह है कि पुलिस को नहीं लगती भनक? जही हां, काशीपुर शुगर मिल की सम्पत्ति फिलहाल हाईकोर्ट के अधीन है। कई बार इस शुगर मिल में बडे-बडे गिरोह लाखों की चोरी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं, यही नहीं पुलिस पर भी फायरिंग हो चुकि है बावजूद इसके जिन पुलिस कर्मियों को सुरक्षा पर तैनात किया गया है वहीं हाईकोर्ट की सम्पत्ति पर सेंधमारी कराने में जुटे हैं।

मामला काशीपुर की आईटीआई थाना क्षेत्र का है जहां पुलिस कर्मियों की मिली भगत से हाईकोर्ट की सम्पत्ति के अंदर अवैध खनन सामग्री की चोरी की जा रही थी।  हाईकोर्ट की सम्पत्ति पर कौन कर रहा दखल और कौन है जो हाईकोर्ट की प्रोपर्टी में चला रहा मनमानी? ये सवाल जहन में तब उठते हैं खनन सामग्री हाईकोर्ट की प्रोपर्टी से उठाई जाती है और वो भी बिना अनुमति के पुलिस की मिलीभगत से।

sand truck

जी हां, कई सालों से काशीपुर की डीएसएम शुगर मिल बंद पडी है, जिसका करोडों का मजदूरों और किसानों का बकाया भुगतान नहीं हो पाया, जिसके चलते लम्बी प्रशासनिक कार्यवाही के बाद मामला हाईकोर्ट पहुंचा तो हाईकोर्ट में  मिल की सम्पत्ती को जब्त कर लिया और सम्पत्ति के निस्तारण ना होने तक इसमें किसी की भी दखल अंदाजी ना हो सकी हिदायद देते हुए पुलिस की सुरक्षा में रखा गया है। लेकिन जिन पुलिस कर्मियों की सुरक्षा में हाईकोर्ट की सम्पत्ति है उन्ही के द्वारा वहीं खनन कराया जा रहा है, यही नहीं अवैध रुप से पुलिस द्वारा सीज वाहन भी इसी प्रोपर्टी पर खडे किये गये जाते हैं जिसका फायदा पुलिस उठाती है, और खनन सामग्री को चोरी छुपे ही पार लगा देती है।

मंगलवार को ही सुबह एेसा मामला देखने को मिला जब अवैध खनन के वाहन का रेता छोटे वाहन द्वारा उठाया जा रहा था तो पुछे जाने पर कोई जवाब नहीं मिला। वहीं हाईकोर्ट की प्रोपर्टी की सुरक्षा में तैनात एक जवान की देख रेख में उठ रहे खनन सामग्री के होने बात सामने आयी, जबकि बिना अनुमति के हाईकोर्ट की सम्पत्ती से कोई भी सामान नहीं उठाया जा सकता था, वहीं उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद कोतवाल चंचल शर्मा ने बताया कि, “मामला संज्ञान में आते ही कार्यवाही के लिए एसएसपी को पत्र लिखा गया है और जिनकी इस मामले में संलिप्ता पायी जाएगी उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।”