प्रदेश में हुए रेकार्ड मतदान के बाद अब सबकी नजरें नतीजों पर टिकी हुई हैं। राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी और सत्ता की प्रबल दावेदार भाजपा भी ज्यादा मतदान से खासी उत्साहित नजर आ रही है। पार्टी धरातल पर स्थिति भांपने के लिए मतदान समाप्त होने के बाद अब संगठनात्मक स्तर पर फीडबैक ले रही है। प्रदेश में डेरा जमाए दूसरे प्रदेश से आए नेता वापस चले गए हैं। वहीं, भाजपा के सभी पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद अपने अपने क्षेत्रों का फीडबैक लेकर दिल्ली पहुंच गए हैं और केंद्रीय नेताओं से मुलाकात कर उन्हें पूरी जानकारी दी है।
बताते चले कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 में भाजपा खासी गंभीर रही है। पार्टी ने पूरा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर लड़ा है। चुनाव के दौरान भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह समेत तमाम केंद्रीय मंत्री व नेताओं ने प्रदेश भर का भ्रमण कर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने का काम किया।
चुनाव से काफी पहले से ही भाजपा संगठन ने सभी विधानसभा में अपने पर्यवेक्षक और स्वयंसेवी तैनात किए हुए थे, जो प्रत्याशी की ताकत और कमजोरी का ब्योरा संगठन को उपलब्ध करा रहे थे। प्रदेश में रेकार्ड मतदान होने के बाद बुधवार देर शाम से ही भाजपा संगठन स्तर पर फीड बैक लेने का काम शुरू हो गया था।
यहां तक कि भाजपा प्रदेश मुख्यालय में इसके लिए बकायदा एक कंट्रोल रूम बनाया गया था जो मतदान को लेकर आंकड़े एकत्रित करता रहा। पार्टी ने बूथ स्तर से पुरुष, महिला व युवा मतदाताओं के आंकड़े लेकर विधानसभा स्तर पर पर्यवेक्षकों को इन आंकड़ों को एकत्रित करने की जिम्मेदारी दी गई।
यह सभी आंकड़े संगठन स्तर को भेजे जाने हैं। पार्टी ने अपने स्वयं के आंकड़े एकत्र करने के अलावा एजेंसी के आंकड़ों और मतदाताओं से बात कर भी माहौल को समझने का प्रयास किया। मतदाताओं से मिले फीडबैक को भी संगठन को भेजा गया है।
वहीं, संगठन ने फौरी तौर पर विभिन्न जिलों में हुए मतदान के बाद पर्यवेक्षकों से मंत्रणा की और पार्टी प्रत्याशियों की संभावनाओं के बारे में चर्चा की। यही नही केंद्रीय स्तर पर भी पार्टी ने मतदान के बाद फीडबैक के लिए वरिष्ठ नेताओं से बात की।
मतदान से एक रोज पहले दिल्ली पहुंचे भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा एवं धर्मेंद्र प्रधान ने पार्टी पदाधिकारियों से मतदान के बढ़े हुए प्रतिशत के बाद संभावित नतीजों पर मंथन किया। वहीं, संगठन स्तर पर राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन शिवप्रकाश ने भी संगठन स्तर से मिले फीड बैक पर पदाधिकारियों से चर्चा की।
प्रदेश के सभी पूर्व मुख्यमंत्री यानी भुवन चंद्र खंडूड़ी, भगत सिंह कोश्यारी, डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक व विजय बहुगुणा भी अपने स्तर से फीडबैक लेकर दिल्ली पहुंच गए हैं और इनकी राष्ट्रीय नेताओं से मतदान के संबंध में बातचीत भी हुई।