मुंबई हाईकोर्ट द्वारा मधुर भंडारकर की फिल्म इंदु सरकार की रिलीज पर रोक लगाने की याचिका को रद्द किए जाने के बाद फिल्म के रिलीज का रास्ता तो साफ हो गया, लेकिन इस फिल्म को लेकर विवाद अभी जारी है। अगले शुक्रवार को रिलीज होने के लिए तैयार इस फिल्म के प्रदर्शन के लिए महाराष्ट्र के सिनेमाघरों की ओर से राज्य सरकार से सुरक्षा की मांग की गई है।
सिनेमाघर मालिकों को आशंका है कि इस फिल्म का विरोध कर रही कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता थिएटरों में तोड़फोड़ मचा सकते हैं। खास तौर पर पुणे और नागपुर शहरों में हिंसात्मक विरोध की आशंका सिनेमाघर वालों को है। इन दोनों शहरों में फिल्म के प्रमोशन के लिए होने वाले समारोह का भी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था और विरोध के चलते इन कार्यक्रमों को रद्द करना पड़ा था।
सिनेमाघर मालिकों की एसोसिएशन के अध्यक्ष नितिन दातर ने कहा कि, ‘देश के सभी राज्यों की सरकारों को इस बाबत पत्र लिखा गया है कि सिनेमाघरों को अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए, ताकि फिल्म के प्रदर्शन में बाधा न पड़े। हमें फिल्म से जुड़े विवाद से कोई मतलब नहीं है और न ही हम इसका हिस्सा हैं, लेकिन अगर हमारे थिएटरों में विरोध के नाम पर तोड़फोड़ होती है, तो नुकसान हमारे थिएटरों का होगा।’
मुंबई पुलिस ने साफ कर दिया है कि जिन सिनेमाघरों की ओर से सुरक्षा की मांग की गई है, वहा सुरक्षा के इंतजाम किए जाएंगे।