उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में बादल फटने से 7 की मौत, सेना के सात जवान समेत 11 लोग लापता

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cloud burst in pithoragarh

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के तहसील धारचूला में कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग में बादल फटने से मालपा नाला उफान पर है।
नाले के किनारे स्थित तीन होटल भी बह गए हैं। होटलों में कितने लोग थे ये पता नहीं चल पाया है। वहीं तीन लोगों के शव मिले हैं और दो पुलिस जवान घायल हुए हैं। सेना के सात जवान समेत कुल 11 लोग लापता बताए जा रहे हैं। तहसील मुख्यालय से एसडीएम के नेतृत्व में राजस्व दल पुलिस मालपा को रवाना हो चुकी है।

पिथौरागढ़ में कैलाश मानसरोवर मार्ग पर रविवार दे रात मालती गाँव में टेंट लगाकर आर्मी के जवान रुके थे। तेज बारिश के कारण आर्मी के 4 जवानों समेत तीन पोर्टर भूस्खलन की चपेट में आ गये और लापता बताये जा रहे हैं। इस घटना के पीछे बादल फटने और उसके कारण हुए भूस्खलन को माना जा रहा है। इसके अलावा मालपा क्षेत्र में भी बादल फटने के कारण तीन दुकानें बह गयी है और वहां मलवे में दबे हुए तीन शव भी देखें गए हैं।

मालपा भारत नेपाल सीमा पर मालपा नाले के किनारे है जिससे मात्र 50 मीटर दूर काली नदी बहती है। मालपा में बीती रात की घटना में तीन शव निकाले गए हैं, शव सेना के जवानों के हैं ये नहीं पता चल सका है। एक महिला का शव काली नदी पार नेपाल में नजर आया है।
धारचूला क्षेत्र में हुई दैवीय आपदा की घटना के अंतर्गत जिलाधिकारी द्वारा घटना स्थल पर तुरंत राहत बचाव व अन्य कार्य किए जाने के निर्देशानुसार प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही एस.एस.बी, आई.टी.बी.पी आदि की टीमें भी मौके पर पहुंच गई हैं।
क्षेत्र में लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण काली नदी का जल स्तर बढ़ गया है जिसके चलते नदी के नजदीक रह रहे लोगों को प्रशाशन द्वारा अलर्ट जारी कर दिया गया है। जिलाधिकारी द्वारा आई.आर. एस प्रणाली के अंतर्गत कार्यरत सभी अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं तथा राहत एवं बचाव कार्यों को युद्ध स्तर पर करने के निर्देश दिए गए हैं।
घटना में चार दुकानें टूटने की सूचना है, इसके अतिरिक्त स्थानीय लोगों के 16 खच्चर भी लापता बताए जा रहे हैं। अभी तक रेस्क्यू अभियान के द्वारा मांगती नाला से एक बुजुर्ग व्यक्ति का शव एस.एस.बी द्वारा निकाला गया है। राहत और बचाव का कार्य जारी हैं।

सीमांत इलाके में तैनात आईटीबीपी के मिर्थी कैंप से मिली जानकारी के अनुसार बादल फटने की घटना मांगती नाले और मालपा के बीच हुई । इस घटना में लगभग सात लोग जिसमें चार कुमाऊ सकाउट और तीन पोर्टर समेत वाहन लापता हैं । तीन की मौत हो गई है जबकि एक को बचाया गया है । हालात की गंभीरता का अंदेशा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मांगती में दो और सिमखोला में एक पुल भी ध्वस्त हो गया है जिसके कारण कैलाश मानसरोवर यात्रा को रोक दिया गया है । इसके अलावा स्थानीय काली नदी का बहाव खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है । ऐलागाड समेत कुछ जगहों पर सड़कें भी प्रभावित हो गई हैं । स्थानीय रैस्क्यू टीम ने एक जूनियर कमीशन्ड अफसर समेत तीन जवानों को सुरक्षित बचा लिया है। एसडीआरएफ, आईटीबीपी औऱ प्रशासन के लोग राहत और बचाव के कामों में लग गये हैं। हांलाकि अभी आसंका जताी जा रही है कि इस हादसे में कई और लोग लापता हो सकते हैं।

उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश राज्य के लिये आफत का सबब बन गी है। पिछले की दिनों से राज्य के अलग अलग हिस्सों से बादल फटने और भूस्खलन की खबरें आ कही हैं। इसमे जान और माल का भी खासा नुकसान हो रहा है। हांलाकि राज्य सरकार और एसडीआरएफ हासात से निपटने की पूरी कोशिश कर रही हैं लेकिन प्रकृति के आगे किसी का बस कहां चल पाता है।