शुरू हुई बुजुर्गों के लिये तीर्थ दर्शन योजना, मुख्यमंत्री ने किया विदा

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मुख्यमंत्री ने अपने आवास से ‘पं. दीनदयाल उपाध्याय मातृ-पितृ तीर्थाटन योजना’ के अन्र्तगत रीठा साहिब के लिये 36 वरिष्ठ नागरिकों को ले जा रही बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। श्रद्धालुओं को सुरक्षित व सुखमय यात्रा की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से यात्रा रूट तथा अन्य सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। 36 वरिष्ठ यात्रियों के इस दल में 24 महिलायें तथा 12 पुरूष है।
श्री रीठा सहिब, श्री नानकमत्ता की यात्रा का यह चार दिवसीय कार्यक्रम है। यात्रा के दौरान 834 किमी. की दूरी तय की जाएगी, यात्री दल प्रथम दिन टनकपुर, दूसरे दिन श्री रीठा-मीठा साहिब, तीसरे दिन रामनगर रूककर चैथे दिन वापस देहरादून लौटेंगे।
‘प. दीनदयाल मातृ-पितृ तीर्थाटन योजना’ के अन्तर्गत राज्य सरकार द्वारा आर्थिक रूप से अक्षम अधिक आयु के नागरिकों कों बद्रीनाथ,गंगोत्री, श्री रीठा-मीठा साहिब (नानकमता साहिब) व निजामुद्दीन औलिया दिल्ली की निःशुल्क यात्रा मोटर मार्ग से करवाई जा रही है। अभी तक दो जत्थें भेजे जा चुके है।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा राज्य के वरिष्ठ नागरिको को जिनमें  पति-पत्नी में से किसी एक की भी आयु 65 साल या उससे अधिक हो को श्री बद्रीनाथ, गंगोत्री, श्री रीठा-मीठा साहिब (नानकमत्ता साहिब) व निजामुद्दीन औलिया दिल्ली, कलियर शरीफ, ताड़केश्वर महादेव (पौड़ी), कालीमठ (रूद्रप्रयाग) तथा जागेश्वर धाम, गैराठ गोलू (बागेश्वर), बैजनाथ(बागेश्वर) व गंगोली हाट (पिथौरागढ़) में निःशुल्क यात्रा, परिवहन, भोजन, व आवास की व्यवस्था प्रदान की जाती है।
देहरादून से वर्ष 2017 के उक्त यात्रा में अब तक 39 सदस्यीय यात्री दल को बद्रीनाथ धाम, 39 सदस्यीय को गंगोत्री यात्रा पर भेजा जा चुका हैं। साथ ही 39 वरिष्ठ नागरिकों को पुनः इस सप्ताह श्री बद्रीनाथ की यात्रा पर रवाना किया जा रहा है। बद्रीनाथ धाम यात्रा के लिये 70 अन्य वरिष्ठ नागरिकों द्वारा भी पंजीकरण करवाया गया है जिन्हें बद्रीनाथ धाम के कपाट बन्द होने से पूर्व श्री बद्रीनाथ धाम की यात्रा पर भेजा जाना प्रस्तावित है। श्री रीठा-मीठा साहिब व अन्य स्थानों हेतु भी वरिष्ठ नागरिकों द्वारा क्षेत्रीय पर्यटक कार्यालय देहरादून में निरन्तर पंजीकरण करवाये जा रहे  है।
इस अवसर पर यात्रा पर जा रहे सिक्ख श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री  का आभार व्यक्त किया तथा उन्हें अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित  भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि, “इस वर्ष चारधाम यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने से सुरक्षित और सुगम उत्तराखण्ड का संदेश  देश विदेश तक गया है।”