सोशल मीडिया के माध्यम से महिला को मिली पेंशन

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बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के बाद ना केवल खुद सीएम बल्कि लगभग सभी मंत्री व विधायक सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं।अपने हर कार्यक्रम व हर बात की जानकारी वह लोगों के सामने रखते हैं।सोशल मीडिया ने ना केवल लोगों के बीच बातचीत का दायरा कम कर दिया है साथ ही लोगों के लिए यह बहुक फायदेमंद साबित हो रहा है।सोशल मीडिया आम लोगों से संवाद स्थापित करने और उनकी समस्याओं के निस्तारण में कितनी अहम भूमिका निभा सकता है इस बात पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार जोर देते रहते हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री स्वयं तो सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते ही हैं। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को भी सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने को कहा है।

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कुछ ऐसा ही देखने को मिला कि अल्मोड़ा के चैखुटिया की रहने वाली अंबुली देवी को पिछले 6 महीन से समाज कल्याण विभाग द्वारा देय विधवा पेंशन नहीं मिली थी। ऐसे में नम्रता कांडपाल नाम की महिला ने ट्विटर के माध्यम से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र को शिकायत लिखी। मुख्यमंत्री ने शिकायत को ट्विटर पर ही अल्मोड़ा की जिलाधिकारी को फॉरवर्ड करते हुए कार्रवाई के आदेश दिए। जिस पर डीएम ने तुरन्त संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की। डीएम ने ट्विटर पर ही शिकायतकर्ता से श्रीमती अंबुली देवी के विवरण उपलब्ध कराने को कहा जिस पर आगे की कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी ने अगले ही दिन उनकी पेंशन का चेक जारी किया।

जिलाधिकारी, अल्मोडा ने मुख्यमंत्री रावत और शिकायतकर्ता को ट्विटर पर टैग करते हुए चेक की फोटो एवं विधवा पेंशन की धनराशि जारी किये जाने का आदेश पोस्ट किये। त्रिवेंद्र ने सभी जिलाधिकारियों से सोशल मीडिया पर सक्रिय रहकर इसी प्रकार जनता की समस्याओं के त्वरित निस्तारण की अपेक्षा की है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है कि जिन जनपदों में जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षकों द्वारा सोशल मीडिया का उपयोग प्रारम्भ नही किया गया है वे तत्काल इसका उपयोग जन समस्याओं के निस्तारण और महत्वपूर्ण सूचनाओं के प्रसार हेतु करें।