मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार सरोवर नगरी पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जनपद नैनीताल को अनुपम सौगाते दी। मुख्यमंत्री रावत ने अपने सम्बोधन में कहा कि उत्तराखण्ड के कुमायूं में प्रकृति का अनुपम सौन्दर्य सहित अनेकों पर्यटन स्थल हैं, हल्द्वानी कुमायूं का प्रवेश द्वार है। कुमायूं की जनता व पर्यटकों को हल्द्वानी से होकर गुजरना होता है, इसलिए यातायात को सुगम बनाने हेतु हल्द्वानी में 400(चार सौ) करोड की लागत से रिंग रोड का निर्माण, नैनीताल शहर में 50(पचास) करोड़ की लागत से 800 वाहनों की क्षमता वाला सुविधायुक्त बहुमंजिली पार्किंग का निर्माण की घोषणा की। उन्होनें सहकारी डेरी फैडरेशन द्वारा पशुआहार में पहले प्रयोग किये जाने वाले यूरिया के स्थान पर मैग्ना प्रयोग किया जायेगा, जिससे और शुद्ध दूध मिल सकेगा। इस पशुआहार न्यूट्रीशन को 01 मई से सब्सिडी प्रदान करते हुए 50(पचास) रूपये कम पर पशुपालकों को मुहैया कराये जाने की घोषणा भी की, जिससे लगभग 01 लाख 55 हजार पशुपालकों को लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री रावत ने नैनी झील के गिरते जलस्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि झील के गिरते जलस्तर का परीक्षण नीरी समिति द्वारा कराया जायेगा। उन्होनें कहा कि नैनी झील को जीवित रखने के लिए सरकार हर सम्भव प्रयास करेगी।