मुख्यमंत्री ने राज्य स्थापना दिवस के आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य स्थापना दिवस के लिए एक विजन के अनुसार कार्यक्रम निर्धारित हो, समारोह में जनभागीदारी को सुनिश्चित किया जाए और प्रदेशवासियों को स्थापना दिवस के कार्यक्रमों से जोड़ा जाए।
बैठक में राज्य स्थापना समारोह की प्रारंभिक रूपरेखा पर चर्चा की गई। 5 नवंबर को मुख्यमंत्री आवास पर “रैबार कार्यक्रम” आयोजित किया जाएगा, जिसमें उत्तराखंड मूल के विशिष्ट, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित लोगों की भागीदारी होगी।
रैबार कार्यक्रम में पलायन, पर्यटन, पर्यावरण, इनोवेशन, इंडस्ट्री जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर परिचर्चा कर उत्तराखंड के सर्वांगीण विकास के लिए रोड मैप बनाने का प्रयास किया जाएगा।
6 नवंबर को वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों द्वारा विभिन्न स्कूलों एवं शिक्षण संस्थाओं में विद्यार्थियों के साथ इंटरेक्शन किया जाएगा। इसके साथ ही इस दिन कृषि, उद्योग, औद्यानिकी आदि क्षेत्रों में स्वरोजगार और स्व उद्यम के माध्यम से सफलता की कहानियां लिखने वालों से संबंधित कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा।
7 नवंबर को सचिवालय के अधिकारियों और कर्मचारियों तथा जनपदों में सरकारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा ‘रन फॉर गुड गवर्नेंस’ का आयोजन किया जाएगा। 7 नवंबर को ही रिस्पना नदी और कोसी नदी के पुनर्जीविकरण हेतु कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इससे सम्बन्धित कार्यक्रम रिस्पना नदी के उद्गम पर भी आयोजित करने पर विचार किया जायेगा। 8 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मैराथन दौड़ तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
9 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर पुलिस लाईन में रैतिक परेड का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रदेश के राज्यपाल पुलिस परेड़ की सलामी लेंगे। इसी दिन सूचना एवं लोक संपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित विकास पुस्तिका का विमोचन समारोह भी आयोजित होगा। विमोचन समारोह में ही खेल विभाग द्वारा पुरस्कारों का वितरण भी किया जायेगा। 9 नवंबर को सहकारिता विभाग द्वारा पं.दीनदयाल किसान कल्याण योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को चेक भी वितरित किए जाएंगे। सायंकाल को संस्कृति विभाग द्वारा सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। 10 नवंबर को पौड़ी में स्वास्थ्य विभाग के अधीन टेली रेडियोलाॅजी एवं अन्य स्वास्थ्य योजनाओं का लोकार्पण किया जाएगा।