देहरादून के युवा उद्यमियों के लिये मददगार है ये “जंपस्टार्ट”

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देहरादून के बीचोबीच एक नये काॅन्सेप्ट ने जन्म लिया है, इसका नाम है ‘जम्पस्टार्ट’ को-वर्किंग स्पेस। ये कंसेप्ट सोच है मनिंदर जुनेजा, हर्शित मलिक औऱ रिधिम थापर की। दून के लिये अपने तरह का पहला को-वर्किंग स्पेस है, जिसकी शुरुआत इसी साल जून के महीने में हुई है।

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दून के युवा व्यवसायियों के लिये ये एक ऐसा पायदान है जहां से वो किसी भी स्थापित कंपनी के दफ्तर की तरह अपना आॅफिस चला सकते हैं लेकिन उनसे आधी से भी कम कीमत पर। आधुनिक आॅफिस की सभी जरूरतों से लैस इस वर्किंग स्पेस में वर्क स्टेशन, प्राइवेट कैबिन, वाई फाई, काॅन्फ्रेन्स रूम, कैफे आदि जैसी सुविधाऐं मौजूद हैं।

ऋषिकेश के व्यापारिक घराने से आने वले हर्षित मलिक का कहना है कि “उत्तराखंड में अपना खुद का बिजनेस शुरू करने वाले युवाओं के लिये कुछ खास विकल्प इंफ्रास्ट्रक्चर के रूप में मौजूद नहीं थे।को-वर्किंग आॅफिस स्पेस की आईडिया मुझे यूके और जर्मनी में रह कर आया। इस तरह के विकल्प से न केवल आपको दफ्तर चलाने की दिक्कतों से निजाद मिलता है बल्कि एक ही छत के नीचे कई तरह के दफ्तर होने से नये नये आीडियों को भी पनपने का मौका मिलता है।”

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ऋिद्धिम थापर कहते हैं कि, “हमारी शुरुआत से अबतक करीब 60 लोग इस आॅप्शन का इस्तेमाल कर चुके हैं। हम अब इस प्लेटफाॅर्म को और बढ़ाने की तरफ भी काम कर रहैं।”

जियो ट्रिप की रिजनल हेड प्रेरणा बडोनी जो जम्पस्टार्ट की क्लाइंट भी हैं बताती हैं कि, “देहरादून में इस तरह का यह पहला ऑफिस है या कोवर्किंग स्पेस है।यहां का स्टाफ बहुत ही फ्रेंडली और मददगार है।काम करने के लिए यह एक साफ-सुथरी और आरामदायक जगह है।”

इस कंपनी से जुड़े लोगों का कहना है कि ये तो केवल शुरुआत है और वो अपनी कंपनी को और शहरों में भी ले जाने की तैयारी कर रहे हैं, इसमें खासतौर पर टाइर 2 और 3 शहरों पर ज़ोर रहेगा।