ऋषिकेश। मौसम के बदलते करवट का असर पुरे उत्तर भारत में देखा जा रहा है, पूरा प्रदेश शीत लहर और घने कोहरे की चपेट है जिसने आम लोगों के लिए मुसीबते बढ़ानी शुरू कर दी है.पहाड़ो पर हो रही बर्फ़बारी ने ठण्ड बहुत बड़ा दी है जिसका सीधा असर मैदानों में पड़ने लगा है। ऋषिकेश – हरिद्वार – देहरादून और कुमाऊ के मैदानी छेत्र कोहरे और बर्फीली ठण्ड से बुरी तरह प्रभावित है जिससे जन जीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है , पहाड़ो में लगातार हो रही बर्फबारी की वजय से ठण्ड बड़ा दी है।
मौसम में आये परिवर्तन के चलते मैदानी इलाकों में भारी ठण्ड और कोहरे ने आम जीवन को अस्त व्यस्त करना शुरू कर दिया है , बर्फीली ठण्ड और सूर्य के कुछ ही देर के लिए दर्शन से तीर्थनगरी ऋषिकेश वाशियों को इस ठंड से दो चार होना पड़ रहा है। लोगों की माने तो प्रसाशन ने अभी तक ठंड से निपटने के कोई ई इतजाम नहीं किये है जिससे लोगों में प्रशाशन के प्रति काफी नाराजगी देखि जा रही है.पहाड़ों के बर्फ की ठिठुरन ने मैदानी इलाकों में उन लोगों की मुसीबत बड़ा दी है जो खुले में सोते है और काम के लिए बाहर जाते है, उनको कोहरे और शीतलहर की मार झेलनी पड़ रही है और वो घरों पर कैद होक रहने को मजबूर है ऐसे में आग ही उन लोगों के लिए राहत का एक मात्र सहारा है।तो वहीँ अभी तक नगर पालिका भी लोगों के लिए अलाव की व्यवस्था पूरी करने में नाकाम नजर आ रहा है जिसका खामियाजा लोगों को ठंड से दो चार होकर उठाना पड़ रहा है.सर्दी के सितम ने बिजली पानी और आम जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया सड़क से जमीं से तक रेल ,हवाई यातायात प्रभावित है और गंगा तट इस हाड कम्म्पाने वाली बर्फीली हवा से सितम प्रभावित है ऐसे में प्रसाशन और पालिका की रैबसेरो , अलाव और यात्री सेडो की व्यवस्था को लेकर लापरवाही बेघरो , यात्रियों और आम लोगो के जीवन पर भरी पड रही है।