धनौल्टी और टिहरी सीटों पर प्रीतम पंवार और दिनेश धनई को कांग्रेस आलाकमान की दी गई डेडलाइन के खत्म होने के साथ ही पार्टी ने दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी हैं।मंगलवार को
- टिहरी से नरेंद्र चंद्र रमोला
- धनौल्टी से मनमोहन सिंह मल्ल को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया।
बीते रविवार को उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही कांग्रेस में विरोधियों का तांता लग गया था।कभी सहसपुर से किशोर उपाध्याय के चुने जानें पर बवाल तो कभी किशोर के टिहरी सर्मथकों का उनको टिहरी से टिकट न मिलने पर बवाल।रविवार टिकट घोषणा के बाद से ही आर्यद्र शर्मा के सर्मथकों ने पार्टी कार्यालय को जंग का मैदान बना रखा है।
मुख्यमंत्री हरीश रावत का सर्मथन दोनों निर्दलीय विधायकों को था और उनके प्लान के मुताबिक कांग्रेस या तो इन दोंनों ही सीटों से अपने उम्मीदवार नहीं खडे करती या कमजोर उम्मीदवार चुनाव के मैदान में उतारती।लेकिन इस प्लान का पार्टी के नेताओं और कार्यकताओं ने भारी विरोध किया।इस वजह से दिल्ली में पार्टी आलाकमान ने दोनों निर्दलियों के सामने कांग्रेस के टिकट पर लड़ने का विकल्प रखा।सोमवार देर शाम तक दोनों से ही कोई जवाब न मिलने पर पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी।
सोमवार रात को किशोर उपाध्याय के कांग्रेस कार्यालय पहुंचने पर उन्हें मिले जुले रिएक्शन का सामना करना पड़ा।कुछ लोग उनके सहसपुर से टिकट मिलने का विरोध कर रहे थे तो कुछ उनको टिहरी से टिकट मिलने के नारे लगा रहे थे।ऐसे में किशोर उपाध्याय ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि वो इस टिकट के बंटवारे में कहीं भी शामिल नहीं है यह सारा फैसला केंद्रीय नेतृत्व का है।उन्होंनें साफ कहा कि मैंने सोनिया गांधी और राहुल दोनों से कहा था कि सीएम हरीश रावत तो चुनाव लड़े ही रहे तो किसी को चुनाव प्रबंधन देखने के लिए होना चाहिए और इसके लिए मैंने खुद को आफर किया था और कहा था कि मुझे यह चुनाव नहीं लड़ना।उन्होंने कहा कि केंद्रीय चुनाव समिति के आदेश पर वो चुनाव लड़ रहे ।उन्होंने बात को साफ करते हुए कहा कि मुझे कहां से चुनाव लड़ना है यह भी केंद्र ने चुना और सहसपुर टिकट का मिलना भी मेरा फैसला नहीं था।इस चुनावी उठा पटक के बीच कांग्रेस ने एक बात तो साफ कर दी है कि चाहें जितना भी किशोर उपाध्याय के सर्मथक उन्हें टिहरी बुलाएं और आर्यंद्र शर्मा के समर्थक आत्मदाह की कोशिश करें,पार्टी का फैसला नहीं बदला जाएगा।कांग्रेस के पांच सीटों के उम्मीदवारों की घोषणा होना अभी भी बाकी है,देखना यह होगा कि इन पांच सीटों की घोषणा के बाद जनता और सर्मथको की क्या प्रतिक्रिया होगी।