देहरादून। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने रुड़की न्यायालय परिसर की घटना की निंदा करते हुए प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि राज्य में चारों तरफ आराजकता का माहौल बना है, फिर भी सरकार हाथ पे हाथ धरे बैठी है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह मंगलवार को कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकरों से बातचीत में भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार के आठ महीने के कार्यकाल के दौरान राज्य की कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है, फिर भी सरकार कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के बजाए भ्रष्ट्राचारियों को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि रुड़की न्यायालय परिसर में दिन दहाड़े पेशी के दौरान गोली चलाने की घटना सरकार के ‘कुंभकर्ण की नींद को दर्शा रहा है। उन्होंने भाजपा नेताओं की दबंगई पर सरकार को घेरते हुए कहा कि राज्य में जो भी घटनाएं घट रही उसमें भाजपा पदाधिकारी कहीं ना कहीं परोक्ष और अपरोक्ष रूप से शामिल है फिर भी सरकार उन पर कार्रवाई करने की हिम्मत नही जुटा पा रही है। ऐसे में इस सरकार से लोग क्या उम्मीद रखें। जिस सरकार के नेता ही राज्य की कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में लेकर खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार पर ‘जीरो टॉलरेंस पॉलिसी’ पर काम करने की जगह-जगह ढिंढोरा पीट रहे हैं। यह कैसी भ्रष्ट्राचार पर सरकार की नीति है। सरकार जीरो टॉलरेंस की बात कह कर राज्य की भोली-भाली जनता को गुमराह कर रही है। इससे सरकार से जनता का विश्वास धीरे-धीरे हटने लगा है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश के मंत्री के घर परिवार को लेकर किडनी ट्रांसप्लांट जैसे काम को अंजाम दे रहे है। हरिद्वार से रुड़की तक किट्टी प्रकरण में भाजपा नेत्री का सीधे-सीधे नाम जुड़ रहा है। उन्होंने कहा कि एनएच प्रकरण से लेकर अन्य मामले में भाजपा के लोग सीधे-सीधे शामिल हैं। राज्य में चोरी, हत्या, बलात्कार व रंगदारी जैसे अनेकों घटनाएं रोज घट रही हैं, जिससे लोगों को घर से बाहर निकाल मुश्किल हो गया है। ऐसे में सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई हक नही बनता है, जो सरकार जनता के हित में काम न करे वह किस बात की सरकार है। पत्रकार वार्ता में कांग्रेस महानगर अध्यक्ष पृथ्वी राज, पूर्व विधायक राजकुमार, मुख्य प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी, पूर्व महानगर अध्यक्ष लाल चंद शर्मा, प्रवक्ता गरीमा दसौनी, संजय पालीवाल मौजूद रहे।