एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) की ओर से शहर की सभी कॉलोनियों में पेयजल लाइन डाली जा चुकी हैं। कुछ कॉलोनियों में नई पेयजल लाइनों से पानी की आपूर्ति भी बहाल कर दी गई है, लेकिन अभी भी हजारों उपभोक्ता ऐसे हैं जिन्होंने जल संस्थान से नई लाइन से कनेक्शन नियमित नहीं कराया है। ऐसे में यदि जल्द ही इन उपभोक्ताओं ने कनेक्शन नहीं लिया तो आने वाले दिनों में उन्हें दिक्कत उठानी पड़ सकती है।
शहर में पेयजल प्रोजेक्ट का कार्य अंतिम चरण में पहुंच चुका है। लाइन डालने के बाद विभिन्न कॉलोनियों में लाइन टेस्टिंग का काम चल रहा है। वर्तमान में जल संस्थान के ग्यारह हजार से अधिक उपभोक्ता हैं। जबकि लाइन डालते समय कार्यदायी संस्था ने लगभग पांच हजार से अधिक नए लोगों को कनेक्शन दिया है, लेकिन इन लोगों ने जल संस्थान से औपचारिकताएं पूरी नहीं की हैं। ऐसे में अभी इनका कनेक्शन अवैध ही माना जाएगा।
उधर, आने वाले समय में जब विभाग की ओर से नई पेयजल लाइन से उपभोक्ताओं को आपूर्ति देना प्रारंभ किया जाएगा तो फिर ऐसे उपभोक्ताओं को पानी के संकट से जूझना पड़ सकता है। उधर, शहरवासियों को जागरूक करने के लिए जल संस्थान की ओर से सात टीमों का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम में दो-दो कर्मचारी होंगे। जो घर-घर जाकर एडीबी से कनेक्शन लेने वाले लोगों को जल संस्थान से सभी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए जागरूक करेंगे।
जल संस्थान के सहायक अभियंता राजेश कुमार निर्वाल के अनुसार एडीबी ने नई पेयजल लाइन से जिन उपभोक्ताओं को भी कनेक्शन दिया है। उन्हें जल संस्थान से अपना कनेक्शन नियमित करवाना होगा। अन्यथा उनका कनेक्शन अवैध ही माना जाएगा। उनके अनुसार लोगों में सही जानकारी का अभाव है। इस वजह से टीम घर-घर जाकर लोगों को नियमों से अवगत कराएगी। एडीबी की ओर से शहर में आठ नए ट्यूबवेलों का निर्माण किया जा रहा है। दिसंबर तक सभी ट्यूबवेल बनकर तैयार हो जाएंगें। ऐसे में लोगों को भरपूर मात्रा में पानी मिल सकेगा।
उधर, वर्तमान में मांग के अनुसार पानी उपलब्ध नहीं होने से उपभोक्ताओं को पानी की कमी की समस्या से दो-चार होना पड़ता है। क्योंकि विभाग के आठ ट्यूबवेल खराब पड़े हैं।