रुद्रपुर, एनएच 74 में हुए घोटाले में पीसीएस अफसरों के खिलाफ लगातार हो रही कार्रवाई को लेकर पीसीएस संवर्ग में कहीं न कहीं असंतोष है, लेकिन मामला भ्रष्टाचार का है इसलिए अफसर खुल कर नहीं बोल पा रहे हैं। हालांकि दबी जुबान से पीसीएस अफसर पुलिस कार्रवाई पर कटाक्ष कर रहे हैं।
एनएच 74 में तीन पीसीएस अफसरों की गिरफ्तारी के बाद अब चौथे पीसीएस अधिकारी की गिरफ्तारी के लिए कानून का शिकंजा कसे जाने के बाद पीसीएस संवर्ग के अधिकारी नाराज हैं। मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा होने के कारण कोई अधिकारी खुल कर विरोध नहीं कर रहा है, लेकिन दबी जुबान से वह पुलिस कार्रवाई पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं। कहीं न कहीं उनकी प्रतिक्रिया नाराजगी भरी है।
जिस वक्त मुकदमा दर्ज हुआ था तो किसी ने यह उम्मीद नहीं की थी कि एसआईटी इतनी बड़ी कार्रवाई करेगी। दरअसल, पीसीएस संवर्ग के अफसरों को यह लग रहा है कि जिस तरह मौका मिलने पर पुलिस पीसीएस अफसरों के साथ व्यवहार कर रही है वह गलत है। अनौपचारिक रूप से पीसीएस अफसर यह बोलने से भी पीछे नहीं है कि जांच के नाम पीसीएस अफसरों को अपमानित किया जा रहा है। हालांकि एसआईटी फूंक फूंक कर कदम रख रही है और साक्ष्य मिलने पर ही आरोपी पीसीएस अफसरों को गिरफ्तार कर रही है। चूंकि मुकदमे में एसआईटी को निष्पक्ष विवेचना करनी है इसलिए वह साक्ष्यों को नजरअंदाज भी नहीं कर सकती।