देहरादून। मसूरी के यातायात, पार्किंग, सिवरेज, पेयजल, सड़क आदि में सुधार को लेकर मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने गुरुवार को सचिवालय में संबंधित विभागों के साथ बैठक की। कंसल्टेंसी कंपनी के पार्किंग की त्रुटिपूर्ण डिजाइन बनाने को गंभीरता से लेते हुए मुख्य सचिव ने कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने और जरूरत पड़ने पर एफआईआर दर्ज कराने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि रिवाइज्ड डिजाइन के अनुसार पार्किंग का निर्माण कराया जाए। फिलहाल, पर्यटन सीजन शुरू होने से पहले 100 गाड़ियों की वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। मैसानिक लॉज के पास पार्किंग बनाने की संभावनाए तलाशी जाएं। सीएस ने कहा कि लाइब्रेरी के निकट एमडीडीए के पार्किग की क्षमता 60 से बढ़ाकर 160 गाड़ियों की की जाए।
बैठक में बताया गया कि देहरादून से मसूरी रोड पर 91 मोड़ों में से 57 का चौड़ीकरण हो गया है। शेष 34 मोड़ों के चौड़ीकरण के लिए कार्यवाही की जा रही है। हांथीपांव रोड पर यातायात के सुचारु संचालन के लिए कैश बैरियर, पैराफिट लगाए जाएं। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि लोनिवि, पुलिस इस मार्ग का संयुक्त निरीक्षण कर लें। यह देख लिया जाय कि मसूरी जाने का एकल मार्ग करने से यातायात के दबाव को कम किया जा सकता है। इसके अलावा लांघा रोड को मसूरी से जोड़ने पर चंडीगढ़ और हिमाचल के पर्यटक उधर से ही आ सकेंगे। बताया गया कि सुवाखोली की तरफ के स्लाइड जोन को ठीक कर दिया गया है। 65 किलोमीटर सीवरलाइन का निर्माण हो गया है। एसटीपी से जोड़ने का कार्य चल रहा है। निर्देश दिए गए कि देहरादून-मसूरी रोड के अतिक्रमण को हटाया जाए। बैठक में विधायक गणेश जोशी, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, डीएम देहरादून एसए मुरुगेशन, एसएसपी निवेदिता कुकरेती सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।