उत्तराखंड की परंपरा और यहां कि प्रतिभा किसी से छिपी नहीं हैं।इसी कड़ी में विकासखंड घाट जाखणी निवासी दीपक का सेलेक्शन दुनिया भर में मशहूर और रैंकिंग में शीर्ष पर यूनिवर्सिटी रायल कालेज आफ आर्ट एंड डिजाईन,लंदन में मास्टर आफ फाईन आर्ट में रिसर्च के लिए हुआ है।इतना ही नहीं इस रिसर्च के लिए उन्हें स्कालरशिप भी मिलेगी।
दीपक सिंह कठैत की शुरुआती शिक्षा राजकीय इंटर कालेज घाट से हुई है।2004 में इंटर करने के बाद 2006 में ललित कला महाविद्धालय से फाईन आर्ट के लिए एडमिशन लिया और 2010 में डिग्री ली।2017 में दीपक ने लंदन के रायल कालेज आफ आर्ट एंड डिजाईन से मास्टर और स्कालरशिप के लिए परीक्षा दी थी।बीते 13 मार्च को दीपक को उनके सेलेक्शन की खबर मिली।
विकासखंड घाट के जाखणी गांव के किसान परिवार में पैदा हुए दीपक को हमेशा से कला के क्षेत्र में रुचि थी और उन्होंने अपने सपनों के पीछे भागना नहीं छोड़ा।प्रारंभिक पढाई करने के बाद हमेशा ही कला से जुडाव रखा और अपना कैरियर भी इस क्षेत्र को चुना।दीपक के एडमिशन की बात से उनके परिवार के साथ साथ गांव वालों में भी खुशी की लहर है।दीपक हम में से ही एक है जिनके सपने कुछ अलग हट के करने के थी और उसके लिए दीपक ने बहुत मेहनत की और आज अपनी कड़ी मेहनत और लगन के बदौलत दीपक लंदन जा रहें हैं,अपनी पढ़ाई पूरी करने।दीपक का कहना है कि इस यूनिर्वसिटी में दूर दूर से और अलग अलग 60 देशों से एक हजार से ज्यादा छात्र छात्राएं अपनी पढ़ाई करने आऐंगे।दीपक कहते हैं कि हमारे देश में यू तो पढ़ाई की सारी सुविधाएं है लेकिन कला के क्षेत्र में रुचि रखने वाले बहुत से सामान्य परिवार के लोग अपने सपनों को पूरा नहीं कर पाते हैं।इस संबंध में दीपक कहते हैं कि राज्य सरकार को ऐसे लोगों की मदद करने के लिए प्रावधान निकालना चाहिए जिससे उनके जैसे छात्रों को आगे बढ़कर अपना सपना पूरा करने का मौका मिल सके।दीपक ने बताया कि आने वाले सितंबर से उनका सेमेस्टर शुरु हो जाएगा और वह अपने जाने की तैयारी करना शुरु कर चुके हैं।