सर्बियाई दूतावास में दिखाई जायेंगी ‘देवभूमि’

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    मशहूर सर्बियाई निर्देशक गोरान पस्काविच की फिल्म ‘देवभूमि’ ने कई अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर कामयाबी की कहानियां लिखी हैं। ये फिल्म उत्तराखंड और इससे जुड़ी मानयताअों पर आधारित है, इस पिल्म में मुख्य भूमिका में विक्टर बैनर्जी हैं। अगले साल भारत-सर्बिया के संबंधों के 70 साल मनाने के लिये इस फिल्म की स्क्रीनिंग दिल्ली में सर्बिया दूतावास में की जायेगी।

    इसके बाद इस फिल्म की स्क्रीनिंग मार्च 2018 में मसूरी में होने वाले ‘माऊंटन राइटर्स फेस्टिवल’ में होगी। फिल्म के कलाकार विक्टर बैनर्जी कहते हैं कि, “मैं इस स्निंक्रीनिंग को लेकर खासा उत्साहित हूं क्योंकि ये पहला मौकै होगा कि जिन लोगों और जिनकी जिंदगियों पर ये फिल्म बनी है वो इसे देख पायेंगे।” इसके बाद ये फिल्म केदार कैंप साइट, चमोली में भी दिखाई जायेगी।

    हिंदी, इंग्लिश और गढ़वाली में बनी इस पिल्म की ज्यादातर शूटिंग गढ़वाल की खूबसूरत वादियों मे हुी है। ये फिल्म उत्तराखंड के एक साधारण से पहाड़ी गांव पर आधारित है और पहाड़ों के मुद्दों खासतौर पर जात-पात और लिंग भेद-भाव जैसे ज्वलंत मसलों को छूती है। 

    प्रोफेसर डी.आर पुरोहित जो फिल्म यूनिट के साथ रिर्सचर और स्क्रीप्ट कन्सलटेंट के तौर पर काम किया और शूटिंग के दौरान देवल, त्यूणी, जागधार, गुप्तकाशी के सुरीटोटा गांवों में यूनिट के साथ रहें, अाज महसूस करते है कि, “अगर केवल राज्य सरकार ने उत्तराखंड की खूबसबरती को नजरअंदाज़ ना किया होता और फिल्मों के माध्यम से गढ़वाल पहाड़ो की असली खुबसूरती को लोगों के सामने लाये होते जैसे कि गोरान एस्काविच ने ‘देवभूमी’ में दिखाया है, तो आज उत्तराखंड पर्यटन अलग ही ऊंचाईयों पर होता।”