बीटेक मैकेनिकल इंजिनियरिंग के दो छात्र और उनकी टीम ने एक ऐसी तरकीब सोच निकाली है जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ पैसों की बचत भी होगी।जी हां, हम बात कर रहे हैं वर्तिक श्रीवास्तवा और अरिज़ फरीदी की, देहरादून के डी.आई.टी कॉलेज से मैकेनिकल इंजिनियरिंग के अरिज़ और वर्तिक ने अपने टीम के साथ एक ऐसा ही आविष्कार किया है जिसे सुनकर आपके होश उड़ जाऐंगे।
”ज़ीरो एमिशन हाइब्रिड सोलर इलेक्ट्रिक वेहिकल” यानि की एक ऐसी कार जिसके चलने पर धुआं नहीं निकलेगा और यह सौर ऊर्जा और बिजली से चलेगी।इन दोनों युवाओं और इनकी 18 लोगों की टीम जिसका नाम है ”पराक्रम’‘ ने उत्तराखंड के पहले छात्राओं का ग्रुप बनने का सौभाग्य प्राप्त किया है जिन्हे ईएसवीसी (Electric Solar Vehicle Championship) 2018 में भाग लिया जिसे आईएसआईई (ISIE-Imperial Society for Innovative Engineers) इंडिया ने आयोजित किया था। इस विषय में इन दोनों छात्रों ने राज्य के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात भी की है और सीएम रावत ने इन्हें हर बेहतर मदद मुहैया कराने का आश्वासन भी दिया है।
इसी कड़ी में टीम न्यूजपोस्ट ने बातचीत में पराक्रम ग्रुप के सदस्य अरिज़ फरीदी ने बताया कि, ”हमारी टीम के लोग मिलकर एक ऐसी कार बना रहे हैं जो सोलर एनर्जी यानि की धूप और इलेक्ट्रिकल एनर्जी यानि की बिजली दोनों से चलती है।ऐसी कार बनाने का फैसला हमने बढ़ रहे प्रदूषण को रोकने के लिए किया और ऐसी कार को भारत में बनाने वाले हम पहला ग्रुप होंगे।अरिज़ ने कहा कि, “इसको बनाने का फैसला इस दृष्टि से लिया गया कि भविष्य में हमे ऐसी कार के लिए दूसरे देशों पर निर्भर नहीं होना पड़े, हम भारतीयों के पास हर काम और हर अविष्कार करने की बुद्धि और ताकत है और हम किसी भी चीज में दूसरे देशों से कम नहीं।”
आपको थोड़ा और संक्षिप्त में बतादें कि ईएसवीसी (ESVC) का मतलब है इलेक्ट्रिक सोलर वेहिकल चैंपियनशीप जिसमें तीन राउंड होते है।
- प्री वर्चुअल जिसमें पराक्रम ने ऑल इंडिया रैंक 1 से क्वालिफाई किया
- डिजाइन राउंड भी पराक्रम ने क्वालिफाई कर लिया
- तीसरे और डायनेमिक राउंड के लिए पराक्रम तैयारियों में जुटा है जो आने वाले मार्च के आखिरी सप्ताह में होने वाला है।
अरिज़ और वर्तिक से हुई बातचीत में इन दोनों ने बताया कि, “हम लोगों को 18 लोगो का ग्रुप है जो इसमें साथ में काम कर रहे हैं, मैनुफेक्चरिंग का काम शुरु हो चुका है और मार्च के पहले सप्ताह में यह काम पूरा हो जाएगा।”
इस सोलर और इलेक्ट्रिकल कार से होने वाले फायदे के बारे में दोनो ही सदस्य कहते हैं कि:
- यह एक ऐसे सोर्स से बना है जो कभी खत्म नहीं होने वाला,
- यह दो तरह के प्रदूषण ध्वनि और वायु प्रदूषण से मुक्त है
- यह पेट्रोल और डीजल के इस्तेमाल को रोकेगी और बचत करेगी
यह सभी मापदंड यूएसए के टेस्ला मोटर्स ने दिए हैं, इन कारों का भविष्य क्या है लोगों और पर्यावरण को इससे कैसे फायदा पहुंचेगा इसपर अरिज़ कहते हैं कि, ”इसका भविष्य बिल्कुल स्पष्ट और शाइनिंग है, आज जब सभी कंपनियां इलेक्ट्रिक वेहिकल के क्षेत्र में काम कर रही है ऐसे में हमने सबसे एक कदम आगे चलकर इलेक्ट्रिक और सोलर एनर्जी को मिलाकर कुछ बनाया है।जैसा कि सब जानते हैं कि 50 प्रतिशत तेल हमने इस्तेमाल कर लिया है और आने वाले 2050 तक हम बाकी बचा तेल भी इस्तेमाल कर लेगें ऐसे में ऑटोमोबाइल कंपनी के लिए यह सबसे बेहतर विकल्प है।”
इस प्लान के साथ ‘पराक्रम’ टीम आने वाले समय में इंडस्ट्री में अपनी शुरुआत करेगी और रिनिवेबल एनर्जी का इस्तेमाल करेगी जिससे पेट्रोल और डीजल के इस्तेमाल को कम किया जा सके, टीम ‘पराक्रम’ अपने आप को ग्रीन और रिनिवेबल एनर्जी के रुप में उत्तराखंड और पूरे भारत में विकासित करना चाहती है।
‘पराक्रम’ ग्रुप के सभी सदस्यों को टीम न्यूज़पोस्ट इस नई खोज़ के लिए टीम न्यूज़पोस्ट बहुत सारी बधाईयां और मार्च में होने वाले राउंड के लिए ढ़ेर सारी शुभकामनाएं देती है।