एतिहासिक मंदिरों की बनेगी डाक्यूमेन्ट्री

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पर्यटन की दृष्टि से जिले के विभिन्न स्थानों पर मौजूद ऐतिहासिक मंदिरों पर मुंबई की एक फिल्म प्रोडक्शन कंपनी डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाने सोमवार को शहर पहुंचेगी। पुरातत्व विभाग के सहयोग से पहले चरण में पांच मंदिरों को प्रोडक्शन टीम ने चुना है। टीम में छह सदस्य शामिल हैं।

क्षेत्रीय पुरातत्व इकाई अधिकारी चंद्र सिंह चौहान ने बताया कि ऐतिहासिक मंदिरों के बारे में अधिक से अधिक लोग जानें इसके प्रयास विभाग की तरफ से किए जा रहे हैं। ताकि जिले में पर्यटन का माहौल बनाया जा सके। मुंबई से आ रही फिल्म प्रोडक्शन यूनिट के सदस्य सोमवार की शाम तक आ जाएंगे। जिन मंदिरों पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने का निर्णय लिया गया है। वह सभी सैकड़ों वर्ष पुराने हैं। इन सभी का पर्यटन की दृष्टि से बड़ा महत्व है।

प्रोडक्शन यूनिट डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाने में ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल करेगी। जिन ऐतिहासिक मंदिरों को शामिल किया गया है। उनमें शहर के नंदा देवी, पाताल देवी मंदिर शैल गांव, नारायण खाली स्थित श्री राम मंदिर, लखुड़ियार मंदिर गांव दिगौली, पिठौली स्थित मुंडेश्वर महादेव मंदिर शामिल हैं। इन सभी के बारे में पुरातत्व विभाग की तरफ से यूनिट को आवश्यक जानकारी दी जा चुकी हैं। फिल्म बनाते समय जो भी अन्य जानकारी देनी होगी।