पिता-पुत्र दोहरे हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा

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देहरादून जिले के डोईवाला क्षेत्र में पिता-पुत्र की हत्या मामले का खुलासा कर दिया गया है। हत्या में शामिल पुत्रवधू और उसके प्रेमी को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। जबकि दो अन्य हत्यारों की तलाश की जा रही है। पुलिस उच्चाधिकारियों ने खुलासे पर पुलिस टीम को नकद पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की है।
जानकारी के मुताबिक रविवार रात करीब दो बजे डोईवाला थाने के गश्त में निकले राजकीय वाहन को कुआँवाला के जंगलो के पास लावारिस हालत में सेन्ट्रो कार संख्या यूए-07एल-6891 खडी मिली। पुलिस कर्मियो द्वारा सैन्ट्रो के अन्दर देखने पर कम्बल से लिपटी कुछ संदिग्ध वस्तु दिखाई दी, जिस पर उन्होंने तत्काल उच्चाधिकारियां को सूचित किया। साथ ही एफएसएल, फील्ड़ यूनिट, डाग स्कवाड को भी तत्काल मौके पर पहुंचने के लिए सूचित किया गया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वीटी अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्वेता चौबे, सहायक पुलिस अधीक्षक/क्षेत्राधिकारी सदर लोकेश्वर सिंह द्वारा मौके पर पहुँचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। कार में कम्बल में लिपटी दो पुरुषां की लाशे बरामद हुयी। फोरेन्सिक सहायक द्वारा इन लाशों का परीक्षण कर मौके से महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित किये गये।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वीटी अग्रवाल ने बताया कि घटना की जघन्यता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक अपराध, पुलिस अधीक्षक नगर और पुलिस अधीक्षक देहात के नेतृत्व में 6 टीमो का घटना के अनावरण हेतु गठन किया गया। सभी टीमो को अलग अलग टास्क देकर घटना के अनावरण हेतु निर्देशित किया गया।
सम्बन्धित कार संख्या के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित करने पर ज्ञात हुआ कि यह कार दीपिका राणा पत्नी राजेश राणा, 58 तपोवन रोड, निकट इग्नू कार्यालय ननूरखेडा थाना रायपुर के नाम से पंजीकृत है। तत्काल एक टीम को थाना रायपुर हेतु रवाना किया गया। जानकारी करने पर पता चला कि 4 मार्च की रात्रि में दीपिका राणा पत्नी राजेश राणा द्वारा राजेश राणा सुपुत्र प्रेम सिंह राणा व प्रेम सिंह राणा सुपुत्र स्व. दलबीर सिंह राणा के सम्बन्ध में थाना रायपुर में आकर यह सूचना दी गयी थी कि वे दोनो दिनांकः 3/4-3-17 की प्रातः 04.00 बजे अपने वाहन (सेन्ट्रो कार) से उत्तर प्रदेश बुलन्दशहर हेतु रवाना हुये थे तथा जो कि देर सायं तक बुलन्दशहर नही पहुचे है। उपरोक्त राजेश के काल डिटेल्स भी निकाले गये । जिससे उनकी लोकेशन मियाँवाला क्षेत्र में ही मिली थी। पुलिस द्वारा जानकारी करने पर यह ज्ञात हुआ कि तपोवन रोड पर ही योगेश अरोडा पुत्र सुभाष चन्द्र नि0 खेडापीर मन्दिर, खेडा कालोनी करनाल हरियाणा हाल पतादृ गोविन्दगढ थाना कैण्ट जनपद देहरादून पूर्व में मृतक राजेश राणा के घर के पास किराये पर रहता था।
इस दौरान मृतक की पत्नी दीपिका जिसकी अपने पति के साथ अक्सर अनबन रहती थी, के साथ अभियुक्त योगेश अरोडा की नजदीकिया हो गयी थी। अभियुक्त योगेश मृतक की पत्नी दीपिका को बहुत चाहता था। जब भी दीपिका घर पर अकेली रहती थी, मौका देखकर अभियुक्त योगेश उससे मिलता जुलता था । इस दौरान दीपिका कई बार अपने पति योगेश व उसकी बहनो के द्वारा अपने साथ किये जाने वाले दुर्व्यवहार की शिकायत करती थी। योगेश अक्सर दीपिका को कहा करता था, कि मै एक दिन राजेश राणा को रास्ते से हटा दूँगा और उसके बाद हम दोनो साथ साथ जिन्दगी गुजारेगें।
अग्रवाल ने बताया कि दीपिका द्वारा अभियुक्त योगेश को सममय पर अपने पति से छुपाकर पैसे भी दिये जाने की बात भी प्रकाश में आयी। उपरोक्त बिन्दुओ पर जाँच करने हेतु दीपिका राणा से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर उसके द्वारा अपने जुर्म का इकबाल किया गया तथा बताया गया कि दिनांकः 3/4-3-2017 की रात्रि में लगभग 1.00 बजे के करीब उसने अपने मित्र योगेश अरोडा व दो अन्य साथी को पूर्व निर्धारित योजना के तहत घर के अन्दर पीछे के दरवाजे से प्रवेश करवाया तथा उसने व उसके मित्र ने मिलकर नाईलोन की रस्सी से दोनो का गला घोटकर व उसके उपरान्त अपने रसोई के चाकूँओ से दोनो पर ताबडतोड वार किये ताकि कोई बचने न पाये।
उसके उपरान्त अभियुक्तो द्वारा घर पर पडे खून को घर पर कपडो और तौलियो की सहायता से साफ किया और दोनो शवो के सिरो को प्लास्टिक की पन्नियो से बन्द कर डोरी से बाँध दिया ताकि शवो के ठिकाने लगाने के दौरान खून कही गिरने न पाये । इसके उपरान्त अभियुक्तो द्वारा दोनो शवो को घर पर रखे कम्बलो और चादरो की सहायता से बाधँकर कर सैन्ट्रो कार संख्या यूए 07एल-6891 की डिक्की में मृतक राजेश राणा व पीछे की सीट पर प्रेम सिंह राणा का शव डालकर छिपा दिया। इसके उपरान्त घर पर सफाई कर टूटा हुये टेबल की काँच, हत्या में प्रयुक्त चाकू व खून से सने कपडे को एक पन्नी में रखकर लाडपुर के जंगल में उसी कार से पहुँचकर उक्त सामान में पैट्रोल छिडककर आग लगा दी। इसके उपरान्त वाहन को पुलिया न0 6 से होते हुये कुआँवाला शराब फैक्ट्री से आगे के जंगल में एकान्त स्थान पर कार खडी कर उसके अन्दर पैट्रोल छिडककर उसे आग लगाने की कोशिश की ।
इस दौरान अभियुक्त योगेश का चेहरा और हाथ पैर झुलस गये। जिससे वह कार को उसी स्थिति में छोडकर भाग गया। अभियुक्त योगेश की गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया तथा उनके द्वारा गोविन्दगढ से अभियुक्त योगेश को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गयी। गिरफ्तारी पर अभियुक्त द्वारा अपने जुर्म का इकबाल करते हुये हत्या में प्रयुक्त चाकू व अन्य जला हुआ सामान तथा मृतक का पर्स भी बरामद कराया । गिरफ्तार अभियुक्त द्वारा इस आपराधिक षडयन्त्र में अपने दो अन्य साथियो के भी सम्मिलित होने की बात स्वीकार की है । जिसके सम्बन्ध में जाँच की जा रही है।