रुद्रपुर- डीपी सिंह को रिमांड लेते ही बीपी और शुगर हाई हो गयी, जिसके चलते उनको पुरी रात ्स्पताल में गुजारनी पडी, डीपी को दोपहर में सिडकुल चौकी लाया गया, एनएच घोटाले के मुख्य आरोपी डीपी सिंह को बारी फोर्स के साथ चौकी लाया गया साथ ही डीपी के स्वास्थ्य में सुधार को देखते हुए अब उनसे आगे की पुछताछ शुरु की जाएगी।
जिला जज एवं विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण कुमकुम रानी की अदालत द्वारा एनएच 74 मुआवजा घोटाले में न्यायिक हिरासत में जेल में निरुद्ध मुख्य आरोपी ऊधमसिंह नगर के पूर्व एसएलओ डीपी सिंह को सोमवार को पुलिस को तीन दिन की रिमांड पर दिया गया था। पुलिस ने अदालत में रिमांड पर लेने का मुख्य आधार अभियोजन पक्ष की ओर से कोर्ट को बताया गया कि एसआईटी की जांच में डीपी सिंह 40 करोड़ की अघोषित संपत्ति का भेद मिला है। सभी संपत्तियों को विभिन्न नामों से अलग अलग ढंग से उपयोग में लायी जा रही है। ऐसे में पूछताछ के लिए रिमांड जरूरी है। कोर्ट की रिमांड मंजूरी के बाद डीपी को सिडकुल पुलिस चौकी में रखा गया था। बता दें कि डीपी को पहले भी पुलिस ने कोर्ट से तीन दिन की रिमांड ली थी।
जिसमें पुलिस उससे कुछ खास नहीं उगलवा सकी थी। हालांकि पुलिस ने जो कोर्ट में दलील दी उसमें कहा गया कि दो दिन तक तो डीपी अपने स्वास्थ्य को लेकर पुलिस को इधर उधर छकाते रहे, केवल एक दिन की पूछताछ में जो तथ्य निकलकर आए उसमें पुलिस को भले ही पूरी तरह सफलता न मिली हो, लेकिन अभी कई चीजों से पर्दा नहीं उठ सका है। इधर, डीपी ने कोर्ट में कहा कि उनके एसआईटी की जांच में हुए बयानों को बदला गया है। इस पर एसआईटी ने कड़ा प्रतिकार किया गया। जिसके बाद पुलिस डीपी को सिडकुल चौकी ले गई। जहां करीब साढ़े दस बजे डीपी की तवियत बिगडऩे लगी, जिस पर उसे रात्रि में ही 10 बजकर 45 मिनट पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डीपी का ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच कराई गई।
अस्पताल सूत्रों के मुताबिक डीपी का बीपी हाई आया और शुगर भी बढ़ी मिली। उसे नॉमर्ल करने के लिए दवाईयां दी गईं। सुबह तक डीपी के काफी नॉमर्ल हो गए। डीपी को पूर्वान्ह करीब 11 बजे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।डिस्चार्ज करते ही डीपी को सिडकुल पुलिस अपने साथ पुलिस चौकी में ले गई। चूंकि रिमांड के मुताबिक डीपी से पुलिस को अभी मुआवजा घोटाले बावत काफी कुछ उगलवाना बाकी है।