ग्लोबल एक्सप्लोरेशन कल्चरल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत शुक्रवार को नीदरलैंड के बच्चों को विद्यालय की और से शानदार विदाई दी गई। बच्चों ने एक दूसरे को गिफ्ट दिए। आज ग्लोबल एक्सप्लोरेशन कल्चरल एक्सचेंज प्रोग्राम का अंतिम दिन था। आठ दिन तक नीदरलैंड के छात्रों के दो दलों ने यहां बारी-बारी से प्रतिभाग किया। 39 सदस्य इस दल को आज विद्यालय की और से विदाई दी गई।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में नीदरलैंड के इस दल का आभार व्यक्त करने के लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी आरडी शर्मा एवं खंड शिक्षा अधिकारी अजय चैधरी स्वयं उपस्थित रहे। अपने संबोधन में सीईओ आरडी शर्मा ने कहा कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर सांस्कृतिक आदान प्रदान का यह अच्छा प्रयास है। उन्होंने कहा कि अलग भाषा बाधा पैदा करती है परंतु विद्यालय के प्रयास से विदेशी बच्चों के साथ जो विभिन्न गतिविधियां सम्पादित हुई यह निश्चित ही एक नव प्रयास है जिसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। खंड शिक्षा अधिकारी बहादराबाद अजय चौधरी ने कहा कि कल्चरल एक्सचेंज प्रोग्राम के जरिये विद्यालय को नई पहचान मिली है। बच्चों ने जो कुछ सीखा एवं सिखाया वह वास्तव में विलक्षण अनुभव है।
इस अवसर पर दोनों ही देशों के बच्चों ने अपने अपने अनुभव साझा किए और इसको यादगार बताया। छात्रों एवं उनके अध्यापकों की और से बच्चों के लिए स्कूल बैग, खेल सामग्री भी दी गई। इस दौरान अध्यापक डॉ. शिवा अग्रवाल एवं महिपाल सिंह को बेस्ट इंटरैक्टिव टीचर के रूप में सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान भारत लोक सेवा संस्थान के अध्यक्ष मनोज कुमार, प्रमोद कुमार, सुशील पाल, अजय गुप्ता को भी सम्मानित किया गया। बच्चों ने ग्रुप डांस किया एवं उसके बाद वह क्षण आया जब दोनों देशों के बच्चों ने एक दूसरे से विदाई ली। विभागीय अधिकारियों द्वारा डच टीचर्स को भी सम्मानित किया गया। इस तरह आठ दिन तक चले इस मैराथन कार्यक्रम का रंगारंग समापन हो गया।