इन बहनों के सपनों की सच्चाई है “दयो-दि आॅर्गेनिक फार्म”

0
930

कहते हैं कि सपने जितने ऊंचे देखोगे आपकी उड़ान उतनी ही ऊंची होगी। इस कहावत को सच किया है दो बहनों ने जिन्होने अपनी मेहनत की बदौलत अपने बचपन के सपने को कम उम्र मे ही पूरा कर लिया। कुशिका और कनिका ने एक सपना बचपन में देखा था वो आज एक खूबसूरत सच में बदल चुका है कुशिका और कनिका शर्मा ने किन्ही आम मेघावी छात्राओं की तरह अपनी पढ़ाई पूरी की जिसमें छोटी बहन कुशिका के पास एमबीए की डिग्री है और बड़ी कनिका के पास ह्यूमन राईट की पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री के साथसाथ आईएसबी हैदराबाद में एंटरप्रिन्योरशिप की स्कालरशिप भी है।

15747798_1312200015509002_8739134393590425325_nइसके बाद अगला पढ़ाव था शहरों में बढ़ी कंपनियों में ऊंची इमारतों में बंद कमरों में भागती दौड़ती जिंदगी की शुरुआत। लेकिन किस्मत ने इन दोनों बहनों के लिये कुछ और ही तय कर रखा था। शहरों में बड़ी नौकरियों को अलविदा कहकर इन दोनों ने दो साल पहले अपने सपनों को साकार करने का मन बना लिया। और इस तरह साकार हुआ इनका ड्रीम प्रोजेक्ट दयोदि आर्गेनिक फार्म” आज 5 कमरे का यह रिर्जाटदयो’ नाम से प्रसिद्ध है जिसका संस्कृत में मतलब है स्वर्ग’।

WhatsApp Image 2017-05-13 at 09.59.34 (3)

उत्तराखंड के मुक्तेश्वर जिले में 25 एकड़ फार्म लैंड पर यह रेजार्ट चारो तरफ से हरे भरे बागानों ने घिरा है कुशिका अपना बचपन याद करते हुए कहती हैं कि “जब हम छोटे थे तो बड़ी संख्या में लोगों को अच्छी जिंदगी के लिए पहाड़ छोड़ कर जाते देख कर हमें बुरा लगता था इसके बाद हमने सोचा आर्गेनिक खेती को बेहतर हास्पिटालिटी के साथ जोड़े जो सबके लिए फायदेमंद साबित हो सके उसके बाद हमने आर्गेनिक फार्मिंग रेजार्ट को प्रमोट करने की ठानी जो केवल एक डेस्टिनेशन से ज्यादा था लोगों के लिए।”

दो साल में इन दोनों ने मिलकर ना सिर्फ इस रिजार्ट को चलाया बल्कि दुनिया के हर कोने से अपने उपभोक्ता बनाएं कनिश्का कहती हैं कि “दयो दिल्ली से लगभग 350 किमी दूर है, और नैनीताल से केवल 60 किमी जिसके WhatsApp Image 2017-05-13 at 09.59.34 (4)सबसे पास काठगोदाम है 63 किमी पर है जो भी हमारे रिजार्ट में आता है उसे यह जगह पसंद आती है और वह अपनी छुट्टियां बढ़ा कर ही जाता है और यहां और दिन बिता कर जाता है इससे ज्यादा खुशी की बात क्या हो सकती है।”

एक ऐसी जगह जहां लगभग 20 के आसपास लोग काम करते है, यह सब मिलकर इस रिजार्ट को चलाते है इसके अलावा दोनों बहनें आस पास के लोगों को खासकर लड़कियों को यह मौका देती हैं कि वह उनके रिजार्ट आएं और अलगअलग व्यंजन बनाना सीखें

दयोआर्गेनिक परिवार वालों के बीच काफी लोकप्रिय है खासकर उनके लिए जिन्हें पहाड़ की ठंडी वादियों में एक सुविधाजनक वेकेशन से कुछ ज्यादा चाहिए इस रिजार्ट में हर किसी के लिए कुछ ना कुछ है चाहें वो आपकी पसंद के फल, सब्जियां और हर्बल चीजें पाली हाउस से लेना और यहां मौजूद शेफ के द्वारा उसको स्वादिष्ट खाने में परिवर्तन करना क्यों ना हों। खूबसूरती और आर्गेनिक फूड के साथ यह एक मिसाल भी पेश करता है कि अगर मन में विश्वास हो तो आप एपनी मंज़िल पा ही लेते हैं।