क्यो हो रही मंत्री जी की सोशल मीडिया पर फजीहत!!

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    सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता जांचने पहुंचे विद्यालयी शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे की सोशल मीडिया में जमकर फजीहत हो रही है। इसे लेकर किसी ने जोक्स पोस्ट किए हैं तो कोई कार्टून शेयर कर रहा है।

    सोशल मीडिया से:

    • नया फार्मूला हजूर! केमेस्ट्री में. गधा + गधा = गधा होता है हजूर! और गणित में. गधा + गधा = घोड़ा होता है हजूर!
    • छप्पर फाड़ बहुमत मिला है तो इसका मतलब ये नहीं कि गणित के नए नये सूत्र ईजाद करो।
    • गब्बर- अरे ओ कालिया, माइनस प्लस माइनस कितना होता है बे?
    • मित्रों, स्कूलों में गणित पखवाड़ा कब से शुरू हो रहा है बल। मंत्री जी से पूछ के मुझे बताना।
    • तबादलों का फार्मूला तैयार करते-करते मैथ्स का नया फार्मूला तैयार कर दिया शिक्षा मंत्री जी ने। आपको ओलंपियार्ड में होना चाहिए।
    • बच्चों के सामने शिक्षिका का अपमान। क्या यही सुशासन है?
    • उस अध्यापक की खोज शुरू हो गई है, जिन्होंने हमारे शिक्षा मंत्री जी को स्कूली जीवन में गणित सिखाई।
    • बच्चों के बीच बंदूकधारी गार्ड। विद्यालय में अध्यापकों व बच्चों के बीच किसी को क्यों भय लगता है मेरी समझ से बाहर।

    शिक्षा मंत्री सोमवार को देहरादून के जीआइसी थानो इंटर कॉलेज में शिक्षा की गुणवत्ता जांचने पहुंचे थे। मंत्री ने विज्ञान की कक्षा के दौरान शिक्षिका से गणित और केमिस्ट्री का सवाल पूछा था। मंत्री सवाल पूछने में खुद उलझ गए और उन्होंने शिक्षिका को भरी क्लास में फटकार लगा दी। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद शिक्षकों की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई। राजकीय शिक्षक संघ की नैनीताल जिला इकाई ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि शिक्षिका को अपमानित करना दुर्भाग्यपूर्ण है। गलत प्रश्न कर शिक्षकों में खौफ पैदा किया जा रहा है। जिलाध्यक्ष डॉ. गोकुल मर्तोलिया ने कहा कि प्रांतीय कार्यकारिणी से इसका विरोध करने की मांग की गई है।

    एक शिक्षक ने लिखा है, शिक्षा मंत्री को सभी विषयों का ज्ञान होना जरूरी नहीं है, लेकिन भाषाई शिष्टाचार का ज्ञान होना जरूरी है। यदि शिक्षक को विषय का ज्ञान नहीं है तो दोष व्यवस्था का भी है। एक ने लिखा है, शिक्षक समाज का वो अंग है यदि उसमें खराबी आ गई तो सारा तंत्र बिगड़ जायेगा। शिक्षकों का सम्मान करना ही होगा।