ऋषिकेश। पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को स्कूली बच्चों को परीक्षा में तनाव से बचने के टिप्स दिए। इस दौरान उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री भी क्लास में बैठ गए। क्लास में टेबल कुर्सी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। इसलिए मंत्रीजी भी बच्चों के साथ जमीन पर ही बैठे।
देहरादून के पथरीबाग में लक्ष्मण इंटर विद्यालय में बच्चों के साथ जमीन पर बैठकर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने प्रधानमंत्री का संदेश सुना। पीएम मोदी के कार्यक्रम के मद्देनजर राजधानी के स्कूलों में विशेष इंतजाम किए गए। स्कूलों में प्रोजेक्टर, टीवी और रेडियो के माध्यम से प्रधानमंत्री का संदेश सुना जाएगा। परीक्षा के दौरान छात्र-छात्राएं तनाव पर कैसे नियंत्रण रखें और तनावरहित होकर कैसे तैयारी करें, इसको लेकर प्रधानमंत्री स्कूली बच्चों से बातचीत की। साथ ही विभिन्न माध्यमों से पूछे गए देशभर के स्कूली बच्चों के सवालों के जवाब भी दिया। पहले यह कार्यक्रम 11 से 12 बजे तक प्रस्तावित था, जिसका समय बदलाव कर दोपहर 11:45 से 12:45 बजे तक कर दिया गया। सभी स्कूलों को कार्यक्रम के प्रसारण की व्यवस्था के निर्देश दिए गए थे। लक्ष्मण इंटर कॉलेज में कार्यक्रम में करीब 930 बच्चों और शिक्षकों ने हिस्सा लिया।
ऋषिकेश में भी शुक्रवार को स्कूली बच्चों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘परीक्षा पर चर्चा’ नामक विशेष कार्यक्रम का प्रसारण टेलीविजन पर देखा। शुक्रवार को शहर की विभिन्न शिक्षण संस्थाओं मे पीएम के इस कार्यक्रम से बच्चों को जोड़ने के लिए व्यवस्था की गई थी। हरीचन्द गुप्ता आदर्श बालिका इण्टर कालेज की प्रधानाध्यापिका पूनम रानी शर्मा ने बताया कि 10वीं और 12वीं की परीक्षा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज छात्रों से ‘परीक्षा पर चर्चा’ की। परीक्षा के दबाव को दूर करने के लिए पीएम ने छात्र-छात्राओं को मंत्र दिए। पीएम ने बच्चों के कहा, मैं आपका दोस्त हूं। यह प्रधानमंत्री का कार्यक्रम नहीं बल्कि बच्चों का कार्यक्रम है।’ इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने पीएम से परीक्षा के दबाव पर सवाल पूछे।
पीएम ने विवेकानंद का जिक्र करते हुए बच्चों से कहा कि विवेकानंद जी कहा करते थे कि अपने आप को कम नहीं आंको। पीएम ने कहा, ‘छात्र हमेशा मां सरस्वती का पूजन करते हैं, लेकिन परीक्षा से पहले अक्सर कई बच्चे हनुमान जी की पूजा करने लगते हैं। प्रधानाध्यापिका श्रीमती शर्मा के अनुसार बोर्ड परिक्षार्थियों के लिए आज पीएम का यह कार्यक्रम नये उत्साह का संचार करने मे कामयाब रहा।