गोपेश्वर, ग्राम समृद्वि एवं स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत जिला उद्योग केंद्र चमोली द्वारा मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में स्वरोजगार मेले का आयोजन किया गया, जिसमें स्वरोजगार के इच्छुक लाभार्थियों का पंजीकरण कराया गया।
स्वरोजगार मेले में बोलते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि स्वरोगार की अपार संभावनाएं हैं, परंतु समय रहते उसे तलाशने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा भावी उद्यमियों के चयन के लिये उद्योग विभाग को रेखीय विभागों से आपसी सामंजस्य स्थापित करते हुए मेले का आयोजन कर बैंकों से समन्वय स्थापित करते अधिक से अधिक लाभार्थियों को ऋण उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये थे, इसी क्रम में स्वरोजगार मेले का आयोजन किया गया है।
इस अवसर पर उद्योग विभाग, ग्राम्य विकास अभिकरण, पर्यटन, सेवायोजन, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड, आजीविका, लीड बैंक के नियंत्रणाधीन स्थानीय स्तर के सभी बैकों के अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों से संबंधित योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर स्टाल के माध्यम से जानकारी दी गई।
मेले में विभिन्न बैंकों द्वारा 64 स्वरोजगार इच्छुक लाभार्थियों को 2.68 करोड रुपये का ऋण स्वीकृत किया गया, जिसमें 6 अनुसूचित जाति एवं 04 अनुसूचित जनजाति के लाभार्थी शामिल हैं। आरसेटी के द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति द्वारा प्रशिक्षण देने हेतु लाभार्थियों का चयन किया गया। जिला उद्योग केंद्र द्वारा 66 स्वरोजगार इच्छुक लाभार्थियों का चयन किया गया।