भाजपा सरकार ने प्रदेश को पहाड़ और मैदान में बांट कर रख दिया है। उक्रांद के प्रदेश अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने को शनिवार को मुखानी स्थित जिला कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 100 दिन में डबल इंजन की सरकार फेल ही नजर आई है।
दिवाकर भट्ट ने कहा कि हाल में पिथौरागढ़ व खटीमा में दो किसानों ने कर्ज के चलते आत्महत्या कर ली। खटीमा में जहां किसान को सरकार की ओर से पांच लाख और विधायक की ओर से एक लाख का मुआवजा दिया, वहीं पिथौरागढ़ में काश्तकार के परिजनों को सिर्फ 20 हजार दिया गया है। सरकार को चाहिए कि प्रदेश में सभी किसानों का कर्ज माफ करे। उन्होंने कहा कि पलायन रोकने के लिए सरकार में जो आयोग गठित किया है, वह महज एक नाटक भर है। यह पहली सरकार है जो घर-घर तक शराब पहुचाने के लिए मोबाइल वैन चला रही है। पहाड़ की भावनाओ के साथ भाजपा को खिलवाड़ बंद करे, अन्यथा आंदोलन किया जाएगा। इसके उपरांत उन्होंने कार्यकर्ताओं की बैठक भी ली। इसमें वरिष्ठ नेता काशी सिंह ऐरी, पुष्पेश त्रिपाठी, त्रिवेंद्र पवार, विजय रतूड़ी, श्याम नारायण आदि मौजूद रहे