ऋषिकेश। उत्तराखंड में पर्यटन के क्षेत्र में नई संभावनाओं को देखते हुए मलेशिया से आए प्रतिनिधिमंडल ने उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री के साथ ऋषिकेश की धार्मिक और शासित पर्यटन गतिविधियों का जायजा लिया और यहां पर पर्यटन के क्षेत्र में मलेशिया के प्रतिनिधिमंडल ने निवेश करने की इच्छा जताई, ट्रूली एशिया के नाम से प्रसिद्ध मलेशियन टूरिज्म पूरी दुनिया में अपनी एक विशेष पहचान रखता है यही कारण है कि इस छोटे से देश की अर्थव्यवस्था टूरिज्म पर ही निर्भर करती है. मलेशिया के राजदूत और उनके साथ आए 17 सदस्य प्रतिनिधिमंडल ने उत्तराखंड के पर्यटन केंद्र ऋषिकेश का दौरा किया और यहां की धार्मिक एवं साहसिक पर्यटन को करीब से जानने की कोशिश करी.पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि मलेशिया अपनी हॉस्पिटैलिटी और भव्यता के कारण एशिया में टूरिस्टों की पसंदीदा जगह है उत्तराखंड में भी ऐसे कई पर्यटक स्थल हैं जिनका इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करके यहां विश्वभर से पर्यटकों को आमंत्रित किया जा सकता है. यहां का धार्मिक पर्यटन और साहसिक पर्यटन नई संभावनाओं को जन्म देता है यही कारण है कि विश्व घर के लोग साल भर यहां का भ्रमण करते हैं। सतपाल महाराज ने बताया कि मलेशियन इनटरप्रेन्योर के यह 17 सदस्य प्रतिनिधि ऋषिकेश के खूबसूरती से और आध्यात्मिक ऊर्जा से बेहद प्रभावित हुए हैं और उत्तराखंड में टूरिज्म के सहित क्षेत्र में निवेश करके दोनों देशों के रिश्ते को मजबूत करना चाहते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऋषिकेश की पहचान विश्व में अपना एक अलग ही मुकाम रखती है मलेशिया के राजदूत दातो हिदायत अब्दुल हामिद ने बताया कि यहां की यहां के वातावरण में आध्यात्मिक शक्ति देखने को मिलती है और गंगा की लहरों में मन को एक बड़ी शांति मिलती है. मलेशिया अपने टूरिज्म का विस्तार उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में करना चाहता है, उन्होंने बताया कि हमारे साथ आए प्रतिनिधि यहां के टूरिज्म व्यवसाय में भागीदारी करना चाहते हैं जिसके लिए आने वाले समय में मलेशियन व्यापारी स्काई पैराग्लाइडिंग, हाउसबोट कल्चर और स्पा और होटल इंडस्ट्री में निवेश करने के इच्छुक हैं. इसके लिए पर्यटन मंत्री के साथ हमारी कई विषयों पर बातचीत हुई है जो आने वाले दिनों में उत्तराखंड में दोनों देशों को एक आपसी रिश्ते में भंधेगी।
उत्तराखंड की आर्थिक रीड पर्यटन को माना जाता है धार्मिक पर्यटन के यहां मुख्य आर्थिकी का साधन है. ऋषिकेश क्षेत्र में योग और साहसिक पर्यटन में एक विशेष मुकाम बनाकर उत्तराखंड की को एक नई पहचान दिलाई है ऐसे में अगर विदेशी निवेश पर्यटन के क्षेत्र में मिलता है तो आने वाले दिनों में उत्तराखंड भी भारत का एक नया पर्यटन प्रदेश के रूप में जाना जाएगा।