देहरादून के ज़ू प्रशासन ने जानवरों की देखरेख के लिए दारकर्ताओं की संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से बड़ा कदम उठाने का फैसला किया है।देहरादून ज़ू में इस वक्त 11 ऐसे दानकर्ता हैं जो अलग-अलग जानवरों का खर्चा उठा रहे हैं। दानकर्ता अपने गोद लिए हुए जानवरों के खाने-पीने की सभी चीजों का खर्च उठाते हैं, लेकिन उन्हें ज़ू प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक सर्टिफिकेट नहीं मिल पाया है। इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के लिए दानकर्ताओं को इस सर्टिफिकेट की जरूरत होती है।
ज़ू के डायरेक्टर पीके पेट्रो ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को ज़ू के जानवरों की देखभाल के लिए आगे आए लोगों को इनकम टैक्स में छूट के प्रावधान के लिए पत्र लिखा है। इसके साथ ही दानकर्ता जिस भी जानवर के खाने-पीने का खर्चा उठाएंगे उसके बाड़े के बाहर उनका नाम भी लिखा होगा।
जो लोग जानवरों के लिए खाने का इंतजाम करेंगे उन्हें खर्च पर लगने वाले इनकम टैक्स में 50 फीसदी की छूट दी जाएगी। नैनीताल, कानपुर के ज़ू में पहले से ही ऐसा प्रावधान है। पेट्रो का कहना है, ‘इस संबंध में हमने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को भी पत्र लिखा है। इनकम टैक्स में छूट के बाद दान के लिए आगे आए लोगों को भी लाभ मिलेगा। इस कदम से हम कुछ और लोगों को भी जानवरों के लिए दान करने के लिए प्रोत्साहित कर सकेंगे।’