अनिश्चितकालीन हड़ताल पर फार्मासिस्ट

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देहरादून। बाहरी राज्यों से प्राप्त डिप्लोमा अभ्यर्थियों के पंजीकरण निरस्त करने व भारतीय चिकित्सा परिषद के रजिस्ट्रार को जल्द पद से हटाया जाने की मांग को लेकर बेरोजगार डिप्लोमा इंजीनियर आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने सरकार के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है।

गुरुवार को भारतीय चिकित्सा परिषद में आयोजित धरने में एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष आजाद डिमरी ने बताया कि उत्तराखंड राज्य बनने के बाद पहली बार पंजीकरण किए गए हैं, जबकि पूर्व में शासन व पूर्व रजिस्ट्रार द्वारा अवैध मानकर पंजीकरण निरस्त करने के आदेश जारी कर दिया गया है। उनका आरोप है कि चार फर्जी पंजीरण किया गया, जिनका कोई आधार नही हैं। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रार भी झूठ बोल रहें है कि कोर्ट के आदेश पर पंजीकरण किए गए हैं। जबकि, कोर्ट के आदेशों में उनके पंजीकरण के लिए लिखा ही नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि एक तरफ राज्य में नए-नए कॉलेजों को मान्यता दी जा रही है, तो दूसरी तरफ बाहरी राज्यों से डिप्लोमा प्राप्त अभ्यर्थियों का निराधार पंजीकरण किए जा रहे हैं, जो कि उत्तराखण्ड के बेरोजगारों के भविष्य के साथ खिलवाढ़ किए जा रहा है, जिससे बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने कहा कि जब तक उनके पंजीकरण निरस्त नहीं किए जाते तब तक धरना जारी रहेगा। इस मौके पर एसोसिएशन के अध्यक्ष आजाद डिमरी, उपाध्यक्ष अवधेश जगूड़ी, महामंत्री गुरु भट्ट, पवन राणा, प्रभा रतूड़ी, दीपक थपलियाल, रोगराज राणा आदि लोग मौजूद रहे।

मांग
-बाहरी राज्यों से प्राप्त डिप्लोमा अभ्यार्थियों के पंजीकरण निरस्त किए जाएं।
-भारतीय चिकित्सा परिषद के रजिस्ट्रार को जल्द से जल्द पद से हटाया जाए।