भगवान शिव ने तोडा रावण का अहंकार,पायते वाली रामलीला का शुभारम्भ

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अहंकार मनुष्य की कीर्ती और उसके ज्ञान को खत्म कर देता है, यदि व्यक्ति अपने ज्ञान को सही मार्ग पर ले जाता है तो उसे कीर्ती प्राप्त होती है मगर वो अपने ज्ञान और शक्ति को यदि अहित कार्य मे लगाता है तो उसका विनाश हो जाता है। काशीपुर की पायते वाली रामलीला में पहले दिन के द्श्य में रावण और भगवान शिव की कैलाश लीला के मंचन से यही सीख मिलती है कि अहंकारी का हमेशा ही विनाश होता है।
काशीपुर रामलीला कमेटी पायते वाली रामलीला का रविवार को विधिवत पुजा अर्चना के साथ शुभारम्भ किया गया, रामलीला का उद्घघाटन पूर्व सांसद के.सी.सिंह बाबा द्वारा किया जाना था, लेकिन उनका स्वास्थ्य खराब होने के कारण उनके बेटे कुंवर नरेन्द्र चन्द्र राज सिंह व उनकी पत्नी कामाख्या सिंह द्वारा रामलीला का उद्घाघाटन किया गया, इस मौके पर भगवान हनुमान और सरस्वति जी की प्रतिमा पर द्वीप प्रज्वलित किया। काशीपुर नगर निगम की मेयर भी उद्घाटन अवसर पर मौजूद थीं।
पहले दिन की लीला का मंचन रावण, कुण्भकरण, विभिषण द्वारा तप कर कर शक्तियों को प्राप्त करना और भगवान ब्रहम्हा जी द्वारा द्वारा वरदान प्राप्त करने की लीला का दृश्य दिखाया गया, जिसके बाद रावण और वेदवती संवाद का मनमोहक द्श्य प्रस्तुत किया गया, जिसके बाद रावण द्वारा संतों पर अत्याचार की लाला का मंचन हुआ और संतों साधकों पर किये गये राक्षसों के अत्याचार दिखाये गये, जिसके बाद अहंकार में चूर रावम द्वारा भगवान शिव का कैलाश पर्वत उठाना और भगवान शिव द्वारा अपने पैर का भार बढाकर रावण का अहंकार चूर करना दिखाया गया, रावण कैलाश लीला के विहंगम द्श्य के बाद रावण के अत्याचारों से दुखी देवताओं का चीर सागर में विष्णु भगवान की शरम में जाना और ये ासे्वासन पाना कि जल्द ही उनका राम अवतार होगा और देवताओं को रावण नाम के राक्षस से मुक्ती दिलायी जाएगी इसके बाद भगवान विष्णु की झांकी के साथ ही पहले दिन की लाला समाप्त हुई।
पहले दिन की रामलीला में कलाकारों में रावण शरद मित्तल,कुम्भकरण शुभम् अग्रवाल,विभिषण गुड्डू,नन्दी संजय चौधरी,शिव विशाल भारद्वाज,पार्वती अनिल ठाकुर,वेदवती अनिल सिन्हा,नारद नीरज पंत,मारीच हिमांशु अग्रवाल,विष्णु भगवान शिवम अग्रवाल थे।
रामलीला पदाधिकारी रामलीला कमेटी अध्यक्ष विष्णु कुमार अग्रवाल, महेश चन्द्र अग्रवाल, उपमंत्री मनोज अग्रवाल, भण्डारी मुकेश कुमार, दिनेश अग्रवाल, राजेन्द्र मेहरोत्रा, शर्वेश शर्मा, रिषभ अग्रवाल, राजकुमार यादव, कैलाश प्रजापति, मनोज अग्रवाल, अजय अग्रवाल, पंडित राघवेन्द्र नागर, विकास अग्मीहोत्री आदि मौजूद थे