फोन पर बात करते हुए ड्राइवर का विडियो बनाओ,इनाम पाओ

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    सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और हिमालयी राज्य में यात्रियों के बीच विश्वास की भावना पैदा करने के लिए उत्तराखंड परिवहन आयोग (यूटीसी) ने एक अनूठी और नई पहल की शुरुआत है। निगम के नए आदेशों के अनुसार,बस चलाते समय मोबाइल पर बात कर रहे चल रहे यूटीसी चालक की तस्वीर क्लिक करने वाले व्यक्ति को 1,000 रुपये का नकद इनाम मिलेगा।
    यात्री इस फोटो को संबंधित डिपो में भेज सकते हैं। इसके साथ ही यूटीसी अधिकारियों को भी स्मार्ट फोन का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है, ताकि वो व्हाट्सएप और सोशल मीडिया के माध्यम से इन फोटो को प्राप्त कर सकें, और तत्काल कार्रवाई कर सकें।इस समय यूटीसी में 1400 बसें चल रहीं हैं, जिसमें से 1200 बसें परिवहन निगम की हैं और बाकी 200 काॅंट्रेक्ट के आधार पर काम कर रहे हैं।इन बसों का अधिकतर सफर अंतरराज्यीय मार्ग पर और उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के आस-पास के राज्यों के मार्ग पर होता है। यूटीसी के पास लगभग 5,000 करोड़ रुपये की वार्षिक राजस्व उत्पादन है और निगम राजस्व में सुधार करने के लिए प्रयास कर रहा है।

    नए आदेश के बारे में पूछे जाने पर, यूटीसी के महाप्रबंधक प्रशासन दीपक जैन – जिन्होंने निर्देश जारी किए थे,उन्होंने बताया कि, “यह केवल दुर्घटनाओं के बारे में ही नहीं बल्कि यात्रियों के बीच विशेष रूप से पहाड़ी सड़कों पर आत्मविश्वास की भावना पैदा करने के बारे में है।” उन्होंने दावा किया कि यह कदम यूटीसी बसों से जुड़े सड़क दुर्घटनाओं की संख्या को न केवल नीचे लाएगा बल्कि यात्रियों को सुरक्षा की भावना प्रदान करेगा।

    नए निर्देशों के अनुसार, एक यात्री या कोई व्यक्ति फ़ोन पर बात कर रहे ड्राइवर की तस्वीर भेज सकता है, जो व्हाट्सएप या सोशल मीडिया के माध्यम से संबंधित डिपो के पास पहुंचेगा। जैन ने कहा, “हम वीडियो और फोटो की पुष्टि करेंगे और अगर तथ्यों की पुष्टि हो जाए तो हमें भेजने वाले को इनाम देने का प्रावधान है।”

    अगर आरोप वास्तविक पाए जाते हैं,तो दोषी ड्राइवर पर 5,000 रुपये का नकद जुर्माना लगाया जाएगा। जबकि फोटो के भेजने वाले को 1000 रुपये की राशि दी जाएगी, बचे 4000 रुरये यूटीसी के साथ जमा किए जाएंगे। जैन ने कहा, “हमें इस संबंध में पहले से शिकायतें मिली हैं और भारी वाहन चलाते समय मोबाइल फोन पर बात करने के लिए ड्राइवरों की जांच के प्रयास पर काम कर रहे थे।” इस संबंध में निर्देश राज्य भर में निगम के क्षेत्रीय प्रबंधकों और सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को पहले ही पारित कर दिए गए हैं।