उत्तराखंड सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये राज्य के हर जिले में एक नया टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने का फैसला कि या है।इसके लिये मुख्यमंत्री ने सभी 13 जिलों को 13 नये पर्यटन स्थल विकसित करने का टारगेट दिया है। इसके साथ ही मौजूदा पर्यटक स्थलों में पर्यटक और बाकी सुविधाओं में ज़रूरी सुधार करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि
- गांवों से पलायन को रोकने के लिए लोगो को पर्यटन आधारित रोजगार उपलब्ध कराया जाए।
- होम स्टे योजना की बुकिंग को जीएमवीएन व केएमवीएन के पैकेजों में सम्मिलित किया जाए।
- उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पादों चैलाई, मंडुवा व झंगोरा से बनने वाले प्रसाद को प्रोत्साहित किया जाए।
- ईलायची दाना के प्रसाद को पूरी तरह से स्थानीय उत्पादों से बनने वाले प्रसाद से रिप्लेस कर दिया जाए।
- कम प्रसिद्ध धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों की जानकारी का प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए।
- स्थानीय व्यंजनों को प्रोत्साहित करने के लिए डाॅकुमेंटेशन(अभिलेखीकरण) के निर्देश भी दिए।
इसके अलावा राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये सरकार ने गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएमन) औऱ कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) को अपनी कमर कसने की हिदायत दी है। गौरतलब हे कि राज्यभर में इन दोनों ही निगमों के गेस्ट हाउस हैं लेकिन पर्यटन से राजस्व के मामले में ये दोनों ही निजि कंपनियों से कोसो दूर हैं।