पिता-पुत्र करेंगे धर्म और अधर्म का युद्ध

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हर पिता चाहता है कि उसका बेटा राम जैसा हो और शायद ही कोई बेटा हो जो चाहेगा उसके पिताजी रावण जैसे हों, लेकिन शीशमहल की रामलीला में पिताजी रावण तो बेटा राम की भूमिका में मंच पर आमने-सामने होंगे। राम के रूप में बेटा रावण बने अपने पिता पर युद्धभूमि में बाणों की बौछार करेगा।

शीशमहल, हल्द्वानी में युवा सामाजिक एवं सांस्कृतिक समिति की ओर से 23 सितंबर से रामलीला का शुभारंभ होगा। राम और रावण के रूप में पिता-पुत्र की जोड़ी मंच पर भक्तों के आकर्षण का केंद्र होगी। रामलीला में कार्तिकेय कॉलोनी ऊंचापुल निवासी प्रेम चंद्र जोशी रावण की भूमिका निभाएंगे, जबकि उनके पुत्र कृष्ण जोशी राम की भूमिका।

एलआइसी में क्लर्क के पद पर तैनात उनके पिता प्रेम पहले शीशमहल में ही रहते थे। वह पिछले आठ सालों से रामलीला में रावण के पात्र की भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि, “पुत्र कृष्ण पहले सीता और भरत की भूमिका निभा चुका है। कृष्ण ने विगत वर्ष निर्मला कॉन्वेंट स्कूल काठगोदाम से इंटर की परीक्षा 94.3 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण की। वर्तमान में वह दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज में बीएससी प्रथम वर्ष का छात्र है।” कमेटी के अध्यक्ष हरीश पांडे ने बताया कि, “रामलीला में राम की भूमिका निभाने के लिए कृष्ण छुट्टी लेकर अपने घर आएगा, वह किरदार को लेकर उत्साहित है।”

पिता-पुत्र की भूमिका में दोनों को देखने के लिए दर्शकों में भी उत्साह है। कमेटी पिछले 46 वर्षों से शीशमहल में रामलीला का आयोजन कर रही है। निर्देशक नीरज फुलारा और सह-निर्देशक विनोद तिवारी ने सभी कलाकारों को रामलीला की तालीम दी है। कमेटी के मीडिया प्रभारी कमल पपनै ने बताया कि 23 सितंबर से रामलीला का आयोजन प्रारंभ होगा।