दिवंगत फिल्मकार लेख टंडन का आज मुंबई के विक्रोली इलाके के शमशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। 88 वर्षीय लेख टंडन का कल शाम अपने निवास स्थान पर देहांत हो गया था। वे काफी समय से बीमार बताए जा रहे थे। अपने कैरिअर के शुरुआती दौर में लेख टंडन राजकपूर के सहायक निर्देशक भी रहे। बतौर निर्देशक लेख टंडन का फिल्मी सफर 1962 में शम्मी कपूर के साथ बनी फिल्म प्रोफेसर से शुरु हुआ।
1966 में उन्होंने सुनील दत्त और वैजयंती माला बाली के साथ बनी फिल्म आम्रपाली का निर्देशन किया। 1969 में बनी प्रिंस (शम्मी कपूर) भी हिट साबित हुई। 1977 में उनके निर्देशन में बनी फिल्म दुल्हन वही, जो पिया तमन भाए बाक्स आफिस पर सुपर हिट साबित हुई। लेख टंडन के निर्देशन में बनी अन्य फिल्मो में झुक गया आसमान, जहां प्यार मिले, एक बार कहो, शारदा, खुदा कसम, दूसरी दुल्हन, अगर तुम न होते, उत्तरायन और 1997 की दो राहें के नाम प्रमुख रहे। दो राहें उनके निर्देशन में बनी अंतिम फिल्म थी।
लेख टंडन ने 90 के दशक में टीवी सीरियलों का निर्देशन भी किया। शाहरुख खान की खोज उन्होने ही की थी। लेख टंडन ने शाहरुख खान को अपने सीरियल दिल दरिया के लिए कास्ट किया था। इसकी शूटिंग भी हुई थी, लेकिन कुछ कारणों से ये सीरियल लटक गया और शाहरुख खान का फौजी पहले टेलीकास्ट हो गया।
लेख टंडन के प्रसिद्ध सीरियलों में फिर वही तलाश और फरमान रहे। उनको एक्टिंग का भी शौक था। आशुतोष गोवारिकर की स्वदेस, अमोल पालेकर की पहेली, राकेश मेहरा की रंग दे बसंती, राजकुमार संतोषी की हल्ला बोल और रोहित शेट्टी की चेन्नई एक्सप्रेस में उन्होंने शाहरुख खान के दादा जी का रोल किया था, जो सचिन तेंदुलकर का मैच देखते हुए स्वर्ग सिधार जाते हैं।
लेख टंडन के निधन पर कई फिल्मी हस्तियों ने शोक व्यक्त किया है। सोशल मीडिया पर शबाना आजमी, शेखर कपूर, आशुतोष गोवारिकर, अशोक पंडित ने उनके निधन पर शोक जताया, लेकिन कोई भी फिल्मी हस्ती उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुई। मंगलवार को लेख टंडन की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना दिवस होगी।