देहरादून। क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय देहरादून अब फर्जी मार्कशीट के मामले एफआईआर दर्ज करेगा। फर्जी मार्कशीट पकड़ में आने के मामले बढऩे के बाद पासपोर्ट कार्यालय ने यह निर्णय लिया है। अब तक फर्जी मार्कशीट के मामले में पासपोर्ट कार्यालय 1000-2000 रुपये का जुर्माना लगाकर पासपोर्ट का आवेदन करने वाले व्यक्ति की फाइल बंद कर देता था। लिहाजा, पासपोर्ट के आवेदन में फर्जी मार्कशीट प्रयोग करने का चलन थम नहीं रहा था।
क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ऋषि अंगरा के मुताबिक पिछले कुछ समय में पासपोर्ट आवेदन के दस्तावेजों की जांच में गहनता बरती जा रही है। लिहाजा, हर माह 10 से 12 मामले फर्जी मार्कशीट के पकड़ में आ रहे हैं। इनमें अधिकतर मामले उत्तर प्रदेश बोर्ड की मार्कशीट के हैं। उत्तर प्रदेश बोर्ड अब परीक्षा परिणाम ऑनलाइन भी जारी कर रहा है। लिहाजा, कई मामलों में मार्कशीट के आधार पर आवेदक का नाम ऑनलाइन चेक करने पर पता चला कि आवेदक के पिता का जो नाम आवेदन में लिखा है, ऑनलाइन जारी परीक्षा परिणाम में वह नाम भिन्न मिल रहा है। पासपोर्ट आवेदन में फर्जी मार्कशीट के प्रयोग का अंकुश लगाने के लिए जो भी मार्कशीट संदिग्ध पाई जाएगी, उसकी जांच उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद को वह मार्कशीट भेजी जाएगी। जिस भी मार्कशीट को उत्तर प्रदेश बोर्ड फर्जी बताएगा, उस आवेदक के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर दी जाएगी। इस व्यवस्था को क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।