गैरसैंण बन सकता है उत्तराखंड का ”समर कैपिटल”

    1
    954
    उत्तराखंड में सरकार किसी भी पार्टी की हो एक मुद्दा हमेशा बना रहता है।गैरसैंण को राजधानी बनाने का मुद्दा।बीजेपी की नई सरकार के सामने भी यह मसला परोसा जा चुका है और आने वाले समय में गैरसैण को समर कैपिटल घोषित किया जा सकता है। यदि सरकार यह निर्णय लेती है तो देहरादून विंटर कैपिटल हो जाएगा। साथ ही पर्वतीय राज्य के होने के वजह से गैरसैंण में नियोजित विकास के राह भी खुलेंगे। बहरहाल, प्रदेश सरकार के दो वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन यानी समर राजधानी बनाने का दावा किया है।
    पूर्व कांग्रेस सरकार ने गैरसैंण में विधानमंडल भवन और विधायक व ऑफिसर्स हॉस्टल का निर्माण किया था। विधानसभा चुनाव होने से पहले वहां नए भवन में बजट सत्र भी चलाया गया था। यही वजह मानी जा रही है कि तत्कालीन सरकार गैरसैण पर कोई निर्णय ले लेगी। बीजेपी और उसकी सरकार के मंत्रीयों ने  गैरसैंण पर अपनी स्पष्ट सोच को जाहिर करने शुरू कर दिया है।बीजेपी के कई मंत्री गैरसैण को समर राजधानी बनाने का दावा कर रहे हैं।
    इस सम्बंध में पूर्व में विधानसभा में संकल्प ले चुके कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक कहते हैं कि हमारी सरकार ने इरादा बना लिया है, गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया जाएगा।वहीं कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज भी गैरसैण को राजधानी बनाए जाने के पक्ष में हैं।
    बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने भी कहा कि सरकार जल्दी ही कोई बड़ा निर्णय लेने जा रही है। इससे पहले गैरसैंण को गेस्टहाउस बनाने के सम्बंध में पिछली सरकार में जारी शासनादेश को निरस्त किया जाएगा। सरकार गैरसैंण में नियोजित तरीके से संसाधन जुटाएगी और एक प्लान टाउनशिप के तौर पर इसको विकसित करेगी।
    बीजेपी पूर्व सरकार पर आरोप लगा रही है कि गैरसैंण को राजधानी बनाने के बजाय कांग्रेस वहां अतिथिगृह बनवा रही थी जो की उत्तराखंड के लोगो के साथ एक धोखा था।
    वहीं कांग्रेस के सुरेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि इस समस्या को हमेशा के लिए सुलझाना चाहिए। जो रोड मैप कांग्रेस सरकार ने बनाया था बीजेपी को उससे आगे चलने का प्रयास करना चाहिए लेकिन बीजेपी तो पीछे ही चल रही।इसके अलावा उन्होंने कहा कि  बीजेपी ने जो कांग्रेस पर अतिथिगृह बनाने का आरोप लगाया है वह पूरी तरह से झूठा है।ऐसे आरोपों से बीजेपी लोगों को गुमराह करने का काम कर रही है। हरीश रावत सरकार ने तो गैरसैण में तीन सत्र भी सम्पन्न कराए है। ऐसे में हम वहां अतिथि गृह क्यों बनाऐंगें। अंत में सुरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार लोगो के साथ अन्याय कर रही है, गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी क्यों बना रही है इसको स्थाई राजधानी बनानी चाहिए।