गोपेश्वर। एशिया की सबसे बेहतरीन बर्फीली ढलानों के लिये प्रसिद्ध औली के प्रवेश द्वार में बिखरे कूड़े ने औली की खूबसूरती को दाग लगाती नजर आ रही है। इधर-उधर बिखरे कूड़े से यहां आने वाले पर्यटक भी खासे परेशान नजर आते हैं।
विश्वप्रसिद्ध हिम क्रीड़ा स्थली औली में सैकड़ों टन कूड़ा इधर-उधर बिखरा पड़ा है। पर्यटन विभाग मौन है और वन विभाग अब तक चालान काटने के लिये मौके तलाश रहा है। औली नंदादेवी नेशनल पार्क के रिजर्व फॉरेस्ट में आता है। औली जहां अपनी प्राकृतिक सुंदरता और खूब सूरत नजारे के लिए जाना जाता है वहीं औली की इस तस्वीर को देख हर कोई हैरान है।
औली में उत्तराखंड पर्यटन विभाग और गढ़वाल मंडल विकास निगम के माध्यम से स्की प्रशिक्षण और होटल संचालित किए जाते हैं, जिसके लिए यहां पर साल भर पर्यटकों व स्की प्रेमियों का आना-जाना लगा रहता है। बर्फवारी के समय तो यहां बिखरा कूड़ा बर्फ से ढक जाता है, लेकिन जब बर्फ पिघलने लगती है तो यह कूड़ा साफ नजर आता है, जिससे औली की खूबसूरती बिगड़ने लगी है।
क्षेत्र के संजय कुंवर का कहना है कि पर्यटन विभाग द्वारा कूडे़ का उचित प्रबंधन न किये जाने से यह स्थिति पैदा हुई है, वहीं वन विभाग के अधिकारियों व गढ़वाल मंडल के अधिकारियों का कहना है कि हर साल कूडे़ का निस्तारण किया जाता है, इस वर्ष भी इसकी शुरुआत की जा रही है, शीघ्र ही कूडे़ को हटा लिया जाएगा।