आयुक्त गढ़वाल मण्डल दिलीप जावलकर ने शुक्रवार दिलाराम चौक स्थित गढ़वाल जल संस्थान का आकस्मिक निरीक्षण किया। उनके साथ जिलाधिकारी देहरादून एसए मुरूगेसन, डीआईजी गढ़वाल पुष्पक ज्योति एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून निवेदिता कुकरेती मौजूद रही।
दिलीप जावलकर ने जल संस्थान परिसर के उस स्थल का मुआयना किया, जहां विगत रात्रि क्लोरिन गैस के सिलेंडर से रिसाव हुआ था। उक्त क्लोरिन गैस सिलेंडरों के द्वारा शहर में आपूर्ति हो रहे जल की क्लोरिन गैस द्वारा कीटाणुनाशक एवं फिल्टर करने के लिए जल के लिए प्रयुक्त किया जाता है।
उन्होंने जल संस्थान के अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली तथा जहां गैस सिलेंडर खुले में रखे गये थे, उस स्थल का भी बारीकी से निरीक्षण करते हुए जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिये कि उन्हें सुरक्षित रखा जाए तथा उक्त सिलेंडरों की आयातित कम्पनी की क्या भूमिका है। उन्होंने हादसे में घायल पीड़ित व्यक्तियों के उत्तम इलाज के लिए कहा। उन्होंने हादसे के कारण हुई घटना की जांच के लिए समिति गठन करने, जिसमें जल संस्थान के अधिकारियों के साथ बाहर के विशेषज्ञ भी रहेंगे, जो इसकी सम्पूर्ण रिपोर्ट देगी।
जल संस्थान के अधिकारियोें ने उन्हे अवगत कराया कि क्लोरिन गैस के सिलेंडरों से रिसाव के कारण 14 व्यक्ति पीड़ित हुए है, जिनमें दो कर्मी स्टाफ के हैं, एक कार्मिक फायर बिग्रेड व चार सी.पी.यू कर्मी के हैं तथा परिसर में रह रहे कर्मचारियों के पांच बच्चे हैं, जिन्हें रात्रि में ही दो बच्चों को इन्द्रेश अस्पताल एवं तीन बच्चों को मैक्स हाॅस्पिटल में उपचार के लिए भर्ती किया गया है। जिन्हें शुक्रवार को ही डिस्चार्ज कर दिया जायेगा।
आयुक्त गढ़वाल ने घटना स्थल के भ्रमण के साथ-साथ जल संस्थान के वाटर बॉक्स का भी स्थलीय निरीक्षण किया। पानी को विभिन्न बॉक्सेस से गुजरते हुए पानी की शुद्धता एवं फिल्टरेशन के कार्य को भी देखा। अधिकारियों को निर्देशित किया की जल ही जीवन है, इसकी शुद्धता मानकों के अनुरूप होनी चाहिए, जिससे शहर में निवास कर रहे व्यक्तियों को शुद्ध एवं गुणवत्ता युक्त पेयजल उपलब्ध हो सके।
संस्थान के अधिकारियों ने अवगत कराया कि उक्त वॉटर बॉक्स वर्ष 1933 में ब्रिटिश सरकार द्वारा निर्मित किया गया है, जिसकी क्षमता 18 एमएलडी है , जिसमें बादल नदी का पानी आता है। नया आठ एमएलडी का वॉटर टैंक का निर्माण हो रहा है।