दून में भटक रही गौरादेवी की आवेदक छात्राएं

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सरकार ने समाज कल्याण विभाग की गौरादेवी कन्याधन योजना और महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की नंदा देवी योजना को मर्ज करके ‘नंदा-गौरा कन्याधन योजना’ तो बना दिया, मगर लोगों तक यह सूचना पहुंचाने की जरूरत नहीं समझी। नई योजना के संचालन की जिम्मेदारी महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग को सौंपी गई है। वहीं, जानकारी के अभाव में गौरादेवी कन्याधन योजना के लिए इस साल आवेदन करने वाली करीब एक हजार छात्राएं समाज कल्याण विभाग के चक्कर काट रही हैं।

पहले 12वीं पास करने वाली गरीब परिवार की छात्राओं को समाज कल्याण विभाग की ओर से आगे की पढ़ाई के लिए 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता गौरादेवी कन्याधन योजना के तहत दी जाती थी। अब सरकार ने इस योजना को खत्म कर नंदा गौरा में मर्ज कर दिया है, जिससे छात्राओं को पैदा होने से शादी तक किश्तों में 51 हजार रुपये का लाभ दिया जाएगा। चूंकि, नंदा गौरा योजना का संचालन महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग कर रहा है लेकिन लोगों को इसकी जानकारी नहीं है, जिस कारण छात्राएं अभी भी समाज कल्याण विभाग के चक्कर काट रही हैं।

इस तरह मिलेगा बेटियों का लाभ
चरण धनराशि
जन्म के समय, 5000 रुपये
एक वर्ष की आयु पर, 5000 रुपये
आठवीं उत्तीर्ण पर, 5000 रुपये
दसवीं उत्तीर्ण पर, 5000 रुपये
12वीं पास करने पर, 5000 रुपये
डिप्लोमा, स्नातक करने पर, 10000 रुपये
विवाह के समय, 16000 रुपये