हरीश रावत की सेल्फी बनी चर्चा का विषय

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क्या मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की मुहिम का हिस्सा बन गये पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत या फिर ये उनका कोई राजनैतिक स्टंट हैं? मगर जो भी हो, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत एकबार फिर से चर्चाओं में है। इस बार उनके चर्चाओं में रहने की वजह बनी है हरेला पर्व। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक मुहिम शुरू की थी ‘सेल्फी फ्रॉम मार्इ विलेज’। जिसमें उन्होंने सभी से अपील की थी कि वो अपने पैतृक गांव जाकर समय बिताए।

जिसके बाद पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर लिखा कि उन्होंने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की इस अपील को स्वीकार कर अपने गांव मोहनरी, अल्मोड़ा जाकर हरेले में भागीदारी की है। सत्ता के गलियारे से बाहर रहते हुए भी पूर्व सीएम हरीश रावत हमेशा ही समुदाय के साथ सहभागिता और लोगों के बीच रहते हैं। आम, काफल और चाय पार्टी के बाद इस बार हरीश रावत गांव में हरेला पर्व मनाने को लेकर चर्चा में हैं।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री रावत ने शहरों और महानगरों में रहने वाले लोगों से 31 मई को अपील करते हुए कहा था कि गर्मियों में लोग अपने परिवार के साथ पैतृक गांव जाएं। सोशल मीडिया के माध्यम से की गई अपील में सीएम ने कहा था कि इससे गांवों में आवागमन बढ़ेगा और लोगों का अपने गांव, भाषा व संस्कृति से जुड़ाव होगा। इसके लिए सीएम ने ‘सेल्फी फ्रॉम माई विलेज’ हैशटैग का इस्तेमाल करने को कहा था। सीएम की अपील के बाद फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर लोगों ने फोटो शेयर करना शुरू भी कर दिया।

‘अपणु उत्तराखंड, प्यारु उत्तराखंड’ नाम से शुरू की गई मुहिम से पूर्व सीएम हरीश रावत भी जुड़ गए। पूर्व सीएम रावत ने ट्विटर और फेसबुक पर अपने गांव मोहनरी से फोटो शेयर की है। हरीश रावत ने अपने पैतृक गांव में हरेला पर्व मनाकर वन विभाग की टीम के साथ पौधरोपण भी किया।