पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारी बारिश के चलते पहाड़ी जिलों के मार्ग अवरुद्ध हैं। कई जगहों पर मार्ग धंसने से आवाजाही बुरी तरह से प्रभावित है। सोमवार सुबह सोनगाड के पास गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग का करीब 16 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त होकर नीचे भागीरथी नदी में धंस गया।क्षतिग्रस्त हुई जगह पर प्रशासन वैली ब्रीज बना रहा है। बड़े वाहनों के लिए मंगलवार शाम तक ही आवाजाही शुरू होने की उम्मीद है।
जिले के कक्षा 1 से 12वी तक के सभी स्कुल 1 अगस्त 2017 कोे बन्द। मौसम विभाग के चेतावनी को देखते हुए जिलाधिकारी आशीष जोशी ने अवकाश घोषित। बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बलदोडा और लामबगड़ में बंद। लामबगड में 30 जुलाई की 4 बजे सांय से है हाईवे बंद , यात्री पैदल आवाजाही कर रहे हैं लांमबगड़ में , बारिश के चलते मलबा आने से हुआ है हाइवे बंद।बीआरओ व एनएच मार्ग खोलने में जुटा।
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग डबरानी व सुखी के बीच सोनगाढ़ के पास भागीरथी नदी के कटाव के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग का लगभग 16 मीटर भाग क्षतिग्रस्त होकर नदी में समां गया। इसके बाद यातायात पूरी तरह से थम गया। इसके बाद मौके पर एसडीआरएफ, बीआरओ व जिला प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी पहुंचे। इसके बाद हाईवे को दुरुस्त कर वाहनों की आवाजाही खोलने के लिए मंथन हुआ लेकिन देर शाम तक इसमें कोई सफलता नहीं मिल पाई है।
जिलाधिकारी आशीष कुमार के अनुसार सड़क क्षतिग्रस्त होने केे कारण उक्त स्थान पर 16 मीटर का वैली ब्रीज का कार्य बीआरओ एवं लोनिवि के द्वारा किया जा रहा है। बीआरओ द्वारा अवगत कराया गया है कि सोमवार देर रात तक हल्के वाहनों के लिए मार्ग को सुचारु किया जायेगा और इसके बाद बड़े वाहनों के लिए मंगलवार शाम तक मार्ग बहाल कर दिया जाएगा। मार्ग क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में दोनों तरफ यात्रियों की रोक दिया गया है। डीएम उत्तरकाशी डॉ आशीष कुमार ने बताया कि यात्रियों की पैदल आवाजाही एसडीआरएफ व पुलिस प्रशासन की उपस्थिति में की जा रही है। सुखी, झाला, एवं गंगोत्री में करीब 100 यात्री विभिन्न सुरक्षित स्थानों पर रुके हुए हैं। यात्रियों के भोजन व जलपान आदि व्यवस्था की जा रही है। साथ ही पैदल यात्रियों को निकाला जा रहा है।
यात्रियों को स्थानीय वाहनों से पहुंचाया जा रहा सुरक्षित जगह
मार्ग अवरुद्ध होने के कारण प्रशासन द्वारा यात्रियों को स्थानीय वाहन के द्वारा निःशुल्क उत्तरकाशी के लिए भेजा जा रहा हैं। उत्तरकाशी में यात्रियों को ठहरने व उनके जलपान की व्यवस्था बिरला धर्मशाला, दरगाह व कैलाश आश्रम में की गई है। वहीं दूसरी ओर सुबह करीब डेढ़ घंटे नालूपानी में भी बोल्डर आने के कारण गंगोत्री हाईवे बंद रहा। इकसे बााद बीआरओ ने मशीन लगाकर वहां रोड खुलवाई। इस दौरान दर्जनों वाहन दोनों तरफ फंसे रहे।
18 घंटे बाद खुला यमुनोत्री हाईवे
यमुनोत्री राजमार्ग डबरकोट व बाडिया के पास 18 घंटे बाद वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया। जिससे विभिन्न स्थानों पर फंसे तीर्थयात्रियों ने राहत की सांस ली। लगातार बारिश के चलते राजमार्ग निर्माण खंड के लिए नासूर बना स्यानाट्टी के पास डबरकोट, हनुमानचट्टी के पास बाडिया में रविवार शाम पांच बजे मलबा बोल्डर आने से बंद हो गया था। बारिश के चलते प्रशासन ने यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर जगह-जगह रोक दिया था। बारिश थोड़ी थमती देख राजमार्ग निर्माण खंड के अधिकारियों ने मशीनें लगा कर सोमवार 11 बजे दिन में राजमार्ग को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया। अपर सहायक अभियंता रामेशचंद भारती ने बताया कि डबरकोट में जोखिम भरा है। इसके बावजूद आवाजाही के लिए खोल दिया गया है।