प्रदेश में आज मानूसनी हवाएं तराई और निचले इलाकों को छोड़कर शेष राज्य में सक्रिय हो गई हैं। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 72 घंटों में राज्य में मानसून के भी दस्तक देने की संभावना है।देहरादून मौसम केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक शनिवार को मानसूनी हवाएं यूपी के बरेली से मुक्तेश्वर होते हुए उत्तराखंड में प्रवेश हुई और आगे हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में प्रवेश कर गई हैं। इससे राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में मानसून सक्रिय हो गया है। हालांकि तराई वाले इलाके में अभी मानसून सक्रिय नहीं हुआ है, लेकिन अगले एक दो दिन में यहां भी मानसून पहुंचने की संभावना है।
मौसम विभाग ने आज से तीन दिन प्रदेश में बारिश की संभावना जताई है। इस दौरान कुमांऊ में कुछ जगह पर भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। दस दिन की देरी उत्तराखंड में सामान्य तौर पर मानसून 21 जून तक पहुंच जाता है। लेकिन इस बार मानसून आने में दस दिन की देरी हुई।
मौसम विभाग ने आज से तीन दिन प्रदेश में बारिश होने की संभावना जताई है। इस दौरान खासकर कुमाउँ में कुछ जगह भारी से बहुत बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है।
इस बीच गढ़वाल और कुमाऊं दोनों ही मंडलों में कहीं हल्की तो कहीं झमाझम बौछार पड़ने से पारा लुढ़का है, लेकिन दिक्कतें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। जगह-जगह मलबा आने से चारधाम यात्रा मार्गों के बंद होने व खुलने का क्रम जारी है। यही नहीं, राज्यभर में 50 से अधिक संपर्क मार्ग बाधित चल रहे हैं। शनिवार को देहरादून सहित, गढ़वाल व कुमाऊं मंडल के अधिकांश स्थानों पर बादल छाए हैं। वहीं हरिद्वार में धूप निकली।
मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि पड़ोसी राज्य उप्र में वर्षा का सिलसिला शुरू हो गया है। ऐसे में संभावना है कि अगले 72 घंटों के भीतर उप्र के साथ ही उत्तराखंड में भी मानसून सक्रिय हो जाएगा।