वृद्धों की क्रूरता रोकने को हेल्पेज इंडिया आगे आया

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देहरादून। हेल्पेज इंडिया संस्था ने गांधी पार्क से लेकर परेड ग्राउंड तक अन्तर पीढ़ी सैर का आयोजन किया, जिसमें देहरादून ओल्ड एज होम के लोगों के साथ-साथ वरिष्ठ नागरिक संगठन और विद्यालयी बच्चों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। हेल्पेज इंडिया प्रतिवर्ष वृद्धों के मामले पर अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस का आयोजन करता है। वर्तमान सत्र में अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन की थीम है क्रूरता रोकने की है।


हेल्पेज इंडिया मानता है कि उम्र के आधार पर वृद्धों के साथ भेदभाव न किया जाए। इसके लिए समाज में जागरुकता फैलाना जरूरी है। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए हेल्पेज इंडिया के प्रमुख चैतन्य उपाध्याय ने कहा कि उम्र के आधार पर भेदभाव वैश्विक स्तर पर फैल रहा है। अधिकांश लोग जाने अनजाने में यह भेदभाव कर रहे हैं। इस दिशा में जागरुकता ही पहला कदम है। यदि हम अपने वृद्धा अवस्था में इज्जत और सम्मान पाना चाहते हैं तो हम अब अपने बुजुर्गों की इज्जत करनी चाहिए। इस अभियान के माध्यम से अधिक से अधिक लोग जागरूक हो पाएंगे।
हेल्पेज इंडिया के राज्य परियोजना के अधिकारी कृष्णा अवतार ने बताया कि इस समय भारत में 104 मिलियन वृद्ध हैं, जो 2050 तक 234 मिलियन पहुंचने का अनुमान है। उन्होंने हेल्पेज इंडिया के राष्ट्रव्यापी सर्वे का हवाला देते हुए कहा कि 61 प्रतिशत वरिष्ठजनों का मानना है कि वरिष्ठजनों को देखकर अधिकांश लोग अधीर हो जाते हैं तथा यह सोचते हैं कि वह बहुत सुस्त व धीमे हैं। 52 प्रतिशत वरिष्ठजनों का मानना है कि अगर वृद्धजन अच्छे कपड़े न पहन तो युवा वर्ग असभ्य समझते हैंं। इस अवसर पर प्रवीण राय, पंकज राठौड़, पंकज देवराड़ी, जयपाल रावत, चन्द्रा आदि उपस्थित रहे।