हरिद्वार। उत्तराखंड के पहाड़ों पर हुई बर्फबारी और बूंदाबांदी ने लोगों को ठंड से ठिठुरने के लिए मजबूर कर दिया है। पिछले एक सप्ताह से धर्मनगरी में कड़ाके की ठंड पड़ रही है जिससे गरीब, अहसाय लोगों को सड़कों पर रात गुजारनी पड़ रही है।
मौसम के बदलते मिजाज को देखते हुए हर साल निगम शहरभर के करीब दो दर्जन स्थानों पर अलाव जलवाने के दावे करता है लेकिन ये दावे सिर्फ हवा हवाई ही नजर आते हैं। एक दो स्थान को छोड़ तमाम स्थानों पर कहीं भी अलाव जलते नजर नहीं आए। बस स्टैंड हरिद्वार पर रात में पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या काफी अधिक होती है। एक सप्ताह से कड़कड़ाती ठंड के चलते यात्री कांपने को मजबूर हैं। उनका कहना है कि निगम को ऐसे स्थानों पर रात में अलाव की व्यवस्था करनी चाहिए जहां पर लोगों का आना-जाना लगा रहता है। रेलवे स्टेशन, शिव मूर्ति चौराहा, वाल्मीकि चौक पर अलाव की कोई व्यवस्था देखने को नहीं मिली। लेकिन हर की पैड़ी पर दो दिन से निगम अलाव जलवा रहा है। ठंड के इस मौसम में शहर में कहीं अलाव जलता नहीं मिलता सिर्फ हर की पैड़ी को छोड़कर। मेयर का कहना है कि उन्होंने नगर आयुक्त को तमाम स्थानों पर अलाव जलवाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। पर अभी तक मेयर के यह दावे कितने हकीकत में बदलते हैं कह नहीं सकते। क्योंकि हर बार ठंड के मौसम में ऐसा ही देखने को मिला है।