उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद की 7वीं बैठक को रिंग रोड़ स्थित सूचना भवन, सभागार में आयोजित हुई। बैठक में उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के उपाध्यक्ष हेमंत पाण्डेय व जय श्रीकृष्ण नौटियाल तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी/महानिदेशक सूचना पंकज कुमार पाण्डेय उपस्थित थे।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं महानिदेशक सूचना डाॅ.पंकज कुमार पाण्डेय ने बताया कि, “परिषद के माध्यम से प्रदेश में फिल्म निर्माण एवं शूटिंग के लिए बेहतर वातारण तैयार किया जा रहा है, प्रदेश में फिल्म उद्योग को और अधिक अवसर मिले, इसके लिए फिल्म नीति-2015 में संशोधन किये जायेंगे, इसके लिए फिल्म क्षेत्र से जुड़े सभी लोगो से सुझाव आमंत्रित है।“
उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद श्री हेमंत पाण्डेय ने कहा कि परिषद द्वारा किये जा रहे कार्यों को और अधिक गति प्रदान की जायेगी। इसके लिए परिषद के सभी सदस्यों का सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि परिषद के माध्यम से आयोजित होने वाला सम्मान समारोह जनवरी, 2018 में प्रस्तावित है, जिसके के लिए परिषद स्तर पर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाय।
बैठक का संचालन अपर निदेशक/अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ.अनिल चन्दोला ने किया गया। चन्दोला ने बताया कि, “आज की परिषद ने शीघ्र ही फिल्म नीति में आवश्यक संशोधन किये जाने की बात रखी जिसमें मुख्य रूप से फिल्म शूटिंग करने कि लिये निर्धारित धनराशि रुपये 10,000 प्रति दिन को कम किया जायेगा। आंचलिक फिल्मों को प्रोत्साहित करने के लिये मनोरंजन कर के समाप्त होने के कारण जी.एस.टी. के अनुरूप शासन को संशोधित प्रस्ताव प्रेषित किया जायेगा। वन विभाग द्वारा लिये जाने वाले शूटिंग शुल्क को समाप्त करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जायेगा। परिषद द्वारा निर्गत अनुमति पत्र ही अनुमन्य होगा। इसी प्रकार से फिल्म नीति में अन्य बिन्दुओं पर भी संशोधन किये जाने प्रस्तावित है, इसके लिए परिषद के सभी सदस्यगणों एवं फिल्म क्षेत्र से जुड़े लोगो से भी सुझाव आमंत्रित किये गये है।“